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दिल्ली मेट्रो करेगी मुकुंदपुर डिपो का विस्तार, यात्रियों को मिलेगा ये फायदा

दिल्ली मेट्रो फेज-4 के दो आगामी कॉरिडोरों मजलिस पार्क से मौजपुर ( पिंक लाइन का विस्तार ) और जनकपुरी पश्चिम से आर.के.आश्रम मार्ग ( मेजैंटा लाइन का विस्तार) की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मुकुंदपुर डिपो का विस्तार करने जा रही है.

दिल्ली मेट्रो दिल्ली मेट्रो
हाइलाइट्स
  • मुकुंदपुर डिपो का होगा विस्तार

  • 2024 के अंत तक ऑपरेशनल होना संभावित है

दिल्ली मेट्रो ज्यादा सुविधाओं के साथ मुकुंदपुर डिपो का विस्तार करने जा रही है. इस डिपो के विस्तार से फेज-4 के दो आगामी कॉरिडोरों मजलिस पार्क से मौजपुर ( पिंक लाइन का विस्तार ) और जनकपुरी पश्चिम से आर.के.आश्रम मार्ग ( मेजैंटा लाइन का विस्तार) की ज़रूरतों को पूरा करने में काफी हद तक मदद मिलेगी. फेज़-4 के सेक्शनों के लिए, डीएमआरसी ने नए डिपो हेतु अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण करने के बदले मौजूदा डिपो के विस्तार का निर्णय लिया है. 

मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन पर तैयार की जाएंगी 6 नई एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनें 

डीएमआरसी ने बताया है कि मुकुंदपुर डिपो की कुछ स्टेबलिंग लाइनों का और विस्तार किया जाएगा और ट्रेनें खड़ी करने तथा अनुरक्षण कार्यों के लिए कुछ और स्टेबलिंग लाइनें जोड़ी जाएंगी. बता दें कि इस समय मुकुंदपुर डिपो में 24 स्टेबलिंग लाइनें हैं. इनमें से 11 लाइनों की लंबाई बढ़ाई जा रही है जिनका इस्तेमाल पिंक लाइन के चल स्टॉक की मरम्मत और ट्रेनें खड़ी करने के लिए किया जाएगा, जबकि शेष 13 स्टेबलिंग लाइनों का उपयोग मेजैंटा लाइन की ज़रूरतों के लिए किया जाएगा. इसके अलावा, पहले से संचालित मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन (पिंक लाइन) पर 06 नई एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनें तैयार की जाएंगी. ये एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनें डिपो के बोझ को कम करेंगी और इन स्टेबलिंग लाइनों के संचालित हो जाने पर ट्रेन इंडक्शन टाइम में कमी आएगी. ये लाइनें मेजैंटा लाइन के जसोला विहार शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन पर निर्मित एलिवेटिड स्टेबलिंग लाइनों के समान होंगी.

नहीं करना पड़ेगा अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण 

मुकुंदपुर डिपो के अलावा, सरिता विहार और अजरौंदा स्थित मौजूदा डिपो में भी अतिरिक्त सुविधाओं के साथ विस्तार कार्य किए जा रहे हैं ताकि फेज़-4 की सिल्वर लाइन (दिल्ली एरोसिटी से तुगलकाबाद) तथा पहले से संचालित वॉयलेट लाइन (लाइन-6 – कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह) को सपोर्ट दिया जा सके. इन नवीन कार्यों के द्वारा दिल्ली मेट्रो का प्रयास है कि नए डिपो के निर्माण और फेज़-4 कॉरिडोरों के लिए सुविधाओं हेतु अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण से बचा जा सके. इसके बजाय, बढ़ी हुई क्षमता के साथ मौजूद संसाधनों का पूर्ण उपयोग किया जाए, इससे व्यय तथा मैनपावर की आवश्यकता में कमी आएगी. डिपो में किए जाने वाले विस्तार कार्यों में पिंक और मेजैंटा लाइनों के लिए नए टेस्ट ट्रैक भी शामिल होंगे.

2024 के अंत तक संभावित है ऑपरेशनल होना 


डिपो के विस्तार हेतु अधिकांश कलपुर्जों के लिए निविदाएं पहले ही सौंपी जा चुकी हैं. मुकुंदपुर डिपो में पुनरुद्धार सुविधा का वर्ष 2024 के अंत तक ऑपरेशनल होना संभावित है. फेज़-4 के तहत, तीन कॉरिडोरों अर्थात् मजलिस पार्क से मौजपुर (12.31 कि.मी.), जनकपुरी पश्चिम से आर.के.आश्रम मार्ग (29.26 कि.मी.) और दिल्ली एरोसिटी से तुगलकाबाद (23.62 कि.मी.) की नई लाइनों पर दिल्ली मेट्रो द्वारा लगभग 65 कि.मी. लंबी नई लाइनें जोड़ी जा रही हैं। इन कॉरिडोरों पर निर्माण कार्य जारी है.

( राम किंकर सिंह की रिपोर्ट )