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भारत ने 26 से अधिक पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिशों को किया नाकाम, सेना आखिर किस तरह से हर हमले को कर रही Neutralised? इसका क्या मतलब होता है? 

भारत ने इन हमलों का जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारतीय हवाई रक्षा प्रणालियों ने कई ड्रोन और मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर दिया. उदहमपुर, साम्बा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा, और पठानकोट में 50 से अधिक स्वार्म ड्रोन को नष्ट किया गया. भारतीय सेना ने L-70 गन, Zu-23mm, और शिल्का सिस्टम जैसे उन्नत उपकरणों का उपयोग किया.

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भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की कि पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी सीमा क्षेत्रों में लगातार हमले किए हैं. इन हमलों में ड्रोन, लंबी दूरी की मिसाइलें, लॉइटरिंग म्यूनिशन्स (Loitering Munitions), और फाइटर जेट्स का उपयोग किया गया है, जिनका निशाना भारतीय सैन्य ठिकाने रहे हैं. विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी, और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त रूप से यह जानकारी दी कि पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की, जिसमें उदहमपुर, भुज, पठानकोट, और बठिंडा जैसे महत्वपूर्ण वायुसेना अड्डों को निशाना बनाया गया.

इन हमलों में सीमित क्षति की खबर है, लेकिन भारत की रक्षा प्रणाली ने इन खतरों को प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी (Neutralize) कर दिया. लेकिन आखिर ये Neutralize या निष्प्रभावी करने का क्या मतलब होता है?

निष्प्रभावी (Neutralize) करना क्या है?
सैन्य संदर्भ में 'निष्प्रभावी' करने का मतलब है किसी दुश्मन के हमले, हथियार, या खतरे को इस तरह से रोकना या नष्ट करना कि वह अपना उद्देश्य पूरा न कर सके. यह प्रक्रिया अलग-अलग तकनीकों और रणनीतियों के माध्यम से की जाती है, जिसमें दुश्मन के हथियारों को नष्ट करना, उनके संचालन को बाधित करना, या उन्हें पूरी तरह से प्रभावहीन बनाना शामिल है. निष्प्रभावी करने की प्रक्रिया में कई तरह से की जा सकती है. जैसे:

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  • पहचान और निगरानी: दुश्मन के हथियारों, जैसे ड्रोन या मिसाइलों, को रडार और अन्य निगरानी प्रणालियों के माध्यम से ट्रैक करना.
  • रोकथाम: हवाई रक्षा प्रणालियों, जैसे S-400, बाराक-8, या आकाश मिसाइल सिस्टम, का उपयोग करके हमलावर हथियारों को बीच में ही नष्ट करना.
  • जैमिंग: इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare) के माध्यम से ड्रोन या मिसाइलों के संचार और नेविगेशन सिस्टम को बाधित करना.
  • जवाबी हमला: दुश्मन के लॉन्च पैड्स, रडार सिस्टम, या कमांड सेंटरों पर सटीक हमले करके उनकी हमलावर क्षमता को खत्म करना.

भारत ने इन सभी तकनीकों का उपयोग करके पाकिस्तान के हालिया हमलों को निष्प्रभावी किया है.

भारतीय सेना कैसे निष्प्रभावी करती है?
भारतीय सेना कैसे इन्हें निष्प्रभावी करती है ये अपने आप में एक पूरा प्रोसेस है. इसमें एडवांस तकनीक और स्ट्रेटेजी शामिल होती है. 

  • एकीकृत हवाई रक्षा प्रणाली (Integrated Air Defence System): भारत ने S-400 'सुदर्शन चक्र', बाराक-8, और आकाश जैसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए हैं. ये सिस्टम 600 किलोमीटर तक की दूरी से हवाई खतरों को ट्रैक और नष्ट कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, S-400 सिस्टम फाइटर जेट्स, बैलिस्टिक मिसाइलों, और ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है.
  • काउंटर-यूएएस ग्रिड (Counter-UAS Grid): ड्रोन हमलों को रोकने के लिए भारत ने एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड विकसित किया है. यह सिस्टम ड्रोन को पहचानने, ट्रैक करने, और उन्हें नष्ट करने या जैम करने में सक्षम है. L-70 गन, Zu-23mm, और शिल्का सिस्टम जैसे डिवाइस इस ग्रिड का हिस्सा हैं.
  • इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (Electronic Warfare): ड्रोन और मिसाइलों के संचार और नेविगेशन सिस्टम को बाधित करने के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग तकनीकों का उपयोग करता है. इससे ड्रोन अपने टारगेट तक नहीं पहुंच पाते और या तो वापस लौट जाते हैं या नष्ट हो जाते हैं.
  • सटीक जवाबी हमले: भारत ने पाकिस्तान के आतंकी लॉन्च पैड्स और रडार सिस्टम पर सटीक हमले किए. ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय वायुसेना ने राफेल जेट्स और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग करके पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को नष्ट किया.
  • सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया: भारतीय सेना और वायुसेना हाई अलर्ट पर हैं. पायलट और जमीनी बल लगातार हवाई क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं, जिससे किसी भी खतरे का तुरंत जवाब दिया जा सके.

पाकिस्तान की घुसपैठ और भारत का जवाब
पाकिस्तान ने शुक्रवार रात और शनिवार तड़के भारत के 26 से अधिक स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की. इन हमलों में ड्रोन, लंबी दूरी की मिसाइलें, लॉइटरिंग म्यूनिशन्स, और फाइटर जेट्स का उपयोग किया गया. खास तौर पर, शनिवार तड़के 1:40 बजे पंजाब के एक वायुसेना अड्डे पर हाई-स्पीड मिसाइलों से हमला किया गया. इसके अलावा, उधमपुर, भुज, पठानकोट, और बठिंडा के वायुसेना अड्डों पर सीमित क्षति की खबर है. पाकिस्तान ने श्रीनगर, अवंतिपुर, और उधमपुर में सैन्य अस्पतालों और स्कूलों को भी निशाना बनाया, जिसे भारत ने 'नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला' करार दिया है.

भारत ने इन हमलों का जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारतीय हवाई रक्षा प्रणालियों ने कई ड्रोन और मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर दिया. उदहमपुर, साम्बा, जम्मू, अखनूर, नगरोटा, और पठानकोट में 50 से अधिक स्वार्म ड्रोन को नष्ट किया गया. भारतीय सेना ने L-70 गन, Zu-23mm, और शिल्का सिस्टम जैसे एडवांस डिवाइस का उपयोग किया. इसके अलावा, भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के सियालकोट, रफीकी, और मुरीद जैसे सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें रडार सिस्टम और हथियार स्टोरेज नष्ट किए गए.

नागरिक क्षेत्रों पर प्रभाव
पाकिस्तान के ड्रोन हमलों ने कुछ नागरिक क्षेत्रों को भी प्रभावित किया. फिरोजपुर में एक सशस्त्र ड्रोन के गिरने से एक परिवार के सदस्य घायल हो गए. इसके अलावा, जम्मू, अमृतसर, और पठानकोट में जोरदार धमाके सुनाई दिए, जिससे स्थानीय लोग दहशत में आ गए. हालांकि, भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान को रोका गया. पंजाब, गुजरात, और राजस्थान के कई जिलों में ब्लैकआउट लागू किए गए, और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई.

विदेश मंत्रालय का रुख
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की कार्रवाइयों को 'उकसावे वाला और आक्रामक' बताया. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा संयमित और जिम्मेदार तरीके से जवाब दिया है, लेकिन अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो भारत और सख्त कदम उठाएगा. मिस्री ने पाकिस्तान के दावों, जैसे कि भारतीय सेना अपने ही शहरों पर हमला कर रही है, को 'हास्यास्पद' और 'दुष्प्रचार' करार दिया.

भारत ने पाकिस्तान की 26 से अधिक घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करके अपनी रक्षा क्षमता और संप्रभुता की रक्षा की मजबूत मिसाल पेश की है. एकीकृत हवाई रक्षा प्रणाली, काउंटर-यूएएस ग्रिड, और सटीक जवाबी हमलों ने यह साबित किया कि भारत किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है. हालांकि, सीमावर्ती इलाकों में लोगों में दहशत है, लेकिन सेना की चौकसी और त्वरित प्रतिक्रिया ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित है.