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मुंबई-पुणे के बीच शुरू हुआ इलेक्ट्रिक कॉरिडोर, मेड-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक हेवी-ड्यूटी ट्रक भी हुआ लॉन्च

महाराष्ट्र में देश का पहला इलेक्ट्रिक हाईवे कॉरिडोर मुंबई–पुणे के बीच शुरू. CM देवेंद्र फडणवीस ने लॉन्च किया ब्लू एनर्जी मोटर्स का मेड-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक ट्रक. 2035 तक 70% ऊर्जा सौर से, ₹3,500 करोड़ का निवेश और ग्रीन लॉजिस्टिक्स क्रांति की ओर कदम.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को मुंबई और पुणे को जोड़ने वाले भारत के पहले इलेक्ट्रिक हाईवे कॉरिडोर का उद्घाटन किया. यह पहल राज्य के सतत परिवहन की ओर बढ़ते कदम का बड़ा मील का पत्थर मानी जा रही है. परियोजना का लक्ष्य 2028 तक महाराष्ट्र की सभी प्रमुख सड़कों को इलेक्ट्रिक कॉरिडोर में बदलना है.

कार्यक्रम में फडणवीस ने देश का पहला मेड-इन-इंडिया इलेक्ट्रिक हेवी-ड्यूटी ट्रक भी लॉन्च किया. इसे ब्लू एनर्जी मोटर्स ने तैयार किया है. ट्रक में बैटरी-स्वैप टेक्नोलॉजी दी गई है, जिससे लंबे चार्जिंग ब्रेक की जरूरत नहीं पड़ती और ट्रक जल्दी दोबारा सड़क पर उतर सकता है. इसे पुणे के चाकन स्थित ब्लू एनर्जी के प्लांट में प्रदर्शित किया गया. फडणवीस ने इसे महाराष्ट्र की ग्रीन इंडस्ट्रियल ग्रोथ का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत और सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में बड़ा कदम है.

2035 तक 70% ऊर्जा सौर से
मुख्यमंत्री ने राज्य की क्लीन एनर्जी विजन भी साझा की. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों, वैकल्पिक ईंधनों और सोलर पावर को बढ़ावा देने के लिए नीतियां लागू की जा रही हैं. फडणवीस का दावा है कि 2035 तक महाराष्ट्र की 70% ऊर्जा आवश्यकताएं सौर ऊर्जा से पूरी होंगी. साथ ही बैटरी तकनीक में सुधार से इलेक्ट्रिक ट्रक अब एक बार चार्जिंग में 400 किमी तक का सफर कर सकेंगे, जो मौजूदा क्षमता से दोगुना है.

निवेश और नई फैक्ट्री का ऐलान
राज्य सरकार जल्द ही इसी तरह के इलेक्ट्रिक फ्रेट कॉरिडोर को महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों तक फैलाने की योजना बना रही है. इसके लिए चार्जिंग और बैटरी-स्वैप स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे. ब्लू एनर्जी मोटर्स ने सरकार के साथ समझौता किया है, जिसके तहत कंपनी ₹3,500 करोड़ के निवेश से एक नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी. इसमें हर साल 30,000 इलेक्ट्रिक ट्रक बनाने की क्षमता होगी.

ब्लू एनर्जी मोटर्स के संस्थापक और प्रबंध निदेशक अनिरुद्ध भुवालकर ने कहा कि मुंबई–पुणे कॉरिडोर भारत के इलेक्ट्रिक फ्रेट ट्रांज़िशन की शुरुआत है. उन्होंने कंपनी का नया “एनर्जी-एज़-ए-सर्विस” मॉडल भी पेश किया, जो परिचालन लागत कम करेगा और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को टिकाऊ बनाएगा.

पुणे बना ग्रीन लॉजिस्टिक्स का केंद्र
यह विकास पुणे को भारत की ग्रीन लॉजिस्टिक्स क्रांति का केंद्र बना रहा है. ब्लू एनर्जी मोटर्स पहले से ही 1,000 से ज्यादा एलएनजी ट्रक सड़कों पर उतार चुकी है और भारत के ग्रीन ट्रक मार्केट में 60% हिस्सेदारी रखती है. आने वाले समय में कंपनी स्वच्छ, किफायती और नवीकरणीय ऊर्जा आधारित परिवहन को नई दिशा देने वाली प्रमुख खिलाड़ी साबित होगी.