शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन का एक-दूसरे के परिवारों से सवाल-जवाब, इंटरव्यू लिए जाने की बात तो हमेशा सुनने को मिलती है. पर क्या आपने कभी देखा-सुना है कि किसी युवक को अपनी शादी से पहले पुलिस वैरिफिकेशन से गुजरना पड़े. इतना ही नहीं उसे मेडिकल टेस्ट से भी गुजरना पड़े. जी हां, ये कोई कहानी नहीं हकीकत है. मामला है झज्जर जिले के सब-डिवीजन बहादुरगढ़ का, जहां उमंग आश्रम में रहने वाली दो अनाथ लड़कियों की शादी की रस्में पूरी किए जाने से पहले होने वाले दूल्हों को इंटरव्यू, पुलिस वैरिफिकेशन और मेडिकल जांच की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा है.
10 साल से अनाथ आश्रम में रह रही थीं
अनाथ आश्रम में रह रही लड़कियों पूजा और अंजलि से शादी करने वाले इन युवकों में से एक किसान का बेटा है जबकि दूसरा बैंक में कर्मचारी है. पूजा और अंजलि के लिए दूल्हा भी प्रशासन की तरफ से खोजा गया था और तमाम जांच-पड़ताल के बाद शादी तय की गई थी. शनिवार को आश्रम में इन लड़कियों की विवाह की रस्म को पूरा कर दिया गया. आश्रम में ही हुए एक सादे समारोह में जमकर नाच गाना हुआ. लड़कियों का कन्यादान करने के लिए शहर के समाजसेवी और उद्योगपति सामने आए. उसके बाद विवाह की रस्म को पूरा किया गया. वैवाहिक बंधन में बंधने वाली यह लड़कियां पिछले दस साल से आश्रम में रह रही थीं.
एसडीएम ने कन्यादान किया
वैवाहिक बंधन में बंधी पूजा और अंजलि 10 साल से अनाथ आश्रम में रह रही थीं. दुल्हन के जोड़े में सजी पूजा और अंजलि का कहना है कि वह अपनी शादी से बेहद खुश हैं. साथ ही उन्हें इस बात की खुशी है कि एसडीएम साहब ने उनका कन्यादान किया है. वहीं ये शुभ काम करने वाले अधिकारी बहादुरगढ़ के एसडीएम भूपेन्द्र कुमार का कहना है कि बेशक विवाह बंधन में बंधने के बाद आश्रम से इन लड़कियों की विदाई हो गई हो,लेकिन वह विवाह के बाद भी इन लड़कियों का पूरा ध्यान रखेंगे.
(प्रथम शर्मा की रिपोर्ट)