
नागपुर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अब हाईटेक हो गई है. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की अब खैर नहीं है, क्योंकि शहर के कई ट्रैफिक सिग्नल्स पर AI टेक्नोलॉजी से लैस इंटिग्रेटेड इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (IITMS) लगाया गया है. इस आधुनिक प्रणाली की मदद से अब सिग्नल जंपिंग, तेज रफ्तार, गलत दिशा में वाहन चलाना, बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के वाहन चलाना जैसे उल्लंघनों पर तुरंत चालान कटेगा और उसकी जानकारी वाहन मालिक के मोबाइल पर भेजी जाएगी.
इन चौराहों पर लगा सिस्टम
शहर के लक्ष्मीनगर, बालाजीनगर, शंकरनगर, अजित बेकरी, अलंकार चौक, कांचीपुरा चौक, दीक्षाभूमि चौक, श्रद्धानंद चौक, अभयनगर चौक और एलएडी कॉलेज चौक पर यह सिस्टम पहले ही सक्रिय किया जा चुका है. ट्रैफिक विभाग का लक्ष्य है कि आने वाले समय में शहर के सभी प्रमुख ट्रैफिक सिग्नल्स पर यह टेक्नोलॉजी लागू की जाए.
ट्रैफिक डीसीपी का बयान
नागपुर ट्रैफिक डीसीपी माधुरी बाविस्कर ने बताया कि, “इस प्रणाली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग की तकनीक का उपयोग किया गया है. यह सिस्टम वाहन की नंबर प्लेट को पहचान कर तुरंत चालान जेनरेट करता है.”
उन्होंने बताया कि इससे ना केवल ट्रैफिक नियमों का पालन बढ़ेगा, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और भी सुगम होगी.
ग्रीन कॉरिडोर के लिए भी उपयोगी
इस स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम की एक खासियत यह भी है कि यह मानव अंगों के ट्रांसपोर्ट के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने में मदद करेगा. यानी यदि किसी अस्पताल से अंग दूसरे अस्पताल ले जाने हों, तो सिस्टम ट्रैफिक को उसी हिसाब से कंट्रोल करेगा ताकि रास्ता तुरंत क्लियर हो सके.
बढ़ेगा अनुशासन, घटेगा ट्रैफिक का दबाव
नागपुर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में यह प्रणाली ट्रैफिक अनुशासन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगी. चालकों को अब सावधानी से ट्रैफिक नियमों का पालन करना होगा, क्योंकि अब हर चौराहे पर ‘नजर’ AI की होगी.
-योगेश वसंत पांडे