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कानपुर में वोटर्स ने अपनाया अनोखा तरीका, 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लेकर मतदान बहिष्कार का ऐलान

मतदान का बहिष्कार करने वालों का आरोप है हमारे यहां दस सालों से कोई रोड नहीं बनवाई गई है. हर तरफ पानी भरा है, गंदगी है. लोगों ने कहा कि हमने इसकी शिकायत क्षेत्रीय पार्षद से लेकर अपनी विधायक और नगर निगम सबसे की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

'रोड नहीं तो वोट नहीं' (सांकेतिक तस्वीर) 'रोड नहीं तो वोट नहीं' (सांकेतिक तस्वीर)
हाइलाइट्स
  • मतदान का बहिष्कार करने वालों का आरोप है हमारे यहां दस सालों से कोई रोड नहीं बनवाई गई है.

  • कल्याणपुर में वोटर्स 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लेकर घूम रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में चुनाव का बिगुल बज चुका है. 403 विधानसभा सीटों वाले यूपी में इस बार 7 चरणों में चुनाव होंगे. राज्य में 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. वहीं 10 मार्च को मतगणना होगी. ऐसे में सरकार और तमाम विपक्षी पार्टियों ने चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं. एक तरफ जहां आचार संहिता लागू होने और कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते रैलियों पर रोक लगा दी गयी है. ऐसे में तमाम प्रत्याशी और उनके समर्थक वर्चुअल प्रचार पर जोर दे रहे हैं. पर नेताओं से हटकर कानपुर के कल्याणपुर में मतदाता अनोखा प्रचार 'रोड नहीं तो वोट नहीं' कर रहे हैं. 

वैसे तो चुनावों में यही माना जाता है कि राजनैतिक पार्टियां और चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी ही अपना-अपना प्रचार करते हैं लेकिन कानपूर के कल्याणपुर इलाके में इस बार चुनाव के लिए अनोखा प्रचार किया जा रहा है. कल्याणपुर में वोटर्स 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लेकर गली-गली मतदान बहिष्कार का प्रचार कर रहे हैं. ये सभी मतदाता चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को आईना दिखा रहे हैं. कल्याणपुर इलाके में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बैनर लेकर दर्जनों लोग गलियों में नारे लगाते, घूमते हुए मतदान का बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं. 

दस सालों से कोई रोड नहीं बनवाई गई

कल्याणपुर के अंबेडकर पुरम इलाके में लोग 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का प्रचार करते घूम रहे हैं. ये लोग 'मतदान बहिष्कार', 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का बैनर लेकर गली-गली में  इसका प्रचार कर रहे हैं. पिछली बार कल्याणपुर विधानसभा से उत्तर प्रदेश की राज्यमंत्री रही नीलिमा कटियार विधायक बनी थीं. मतदान का बहिष्कार करने वालों का आरोप है हमारे यहां दस सालों से कोई रोड नहीं बनवाई गई है. हर तरफ पानी भरा है, गंदगी है. लोगों ने कहा कि हमने इसकी शिकायत क्षेत्रीय पार्षद से लेकर अपनी विधायक और नगर निगम सबसे की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसलिए निवासिनों ने इस बार मतदान बहिष्कार का ऐलान किया है. मतदाताओं का कहना है कि हमारा ये धरना प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी सुनवाई नहीं होती. हम सबने मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है. 

(रंजय सिंह की रिपोर्ट)