Varanasi Huge crowds of tourists
Varanasi Huge crowds of tourists
देश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों में से एक वाराणसी में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा इन दोनों देखा गया है. जिसके पीछे बड़ी वजह है सर्दी की छुट्टियां और नए साल का खुमार. यही वजह है कि इस बार रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं. बीते वर्षों के मुकाबले इस बार श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित इजाफे के कारण होटल और गेस्ट हाउस लगभग फुल हो गए हैं. गंगा घाट पूरी तरह से पैक हो गए हैं तो वहीं नाव से लेकर काशी की गालियां और सड़के पर भी पैर रखने की जगह नहीं है. माना जा रहा है कि इस हफ्ते काशी मेहमानों से पूरी तरह भरी ही रहेगी.
नए साल की तैयारी-
काशी के गंगा घाट हो, गलियां, सड़क यहां तक नाव से लेकर होटल तक पूरी तरह से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से लगभग भर चुके हैं. काशी के पर्यटन और धार्मिक स्थलों का नजारा तो देखते ही बन रहा है, जो महाकुंभ के पलट प्रभाव की याद भी दिला रहा है. गंगा घाट विश्वनाथ मंदिर और अन्य बड़े मंदिरों के आसपास तो होटल गेस्ट हाउस और पेइंग गेस्ट के रूम की ऑक्युपेंसी 100% हो गई है तो वहीं कैंटोनमेंट इलाके में स्थित होटल भी 75% से ऊपर ऑक्यूपाइड हो चुके हैं और इस वीकेंड में यह भी पूरी तरह से फुल हो जाएंगे.
यूपी टूरिज्म असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि इस पीक टाइम में रूम एक्सपेंसिव है और सभी पर्यटकों से अपील है कि वह काशी आए. अभी 15 से 20% रूम की अवेलेबिलिटी है. कोई ओवर चार्ज नहीं किया जा रहा है. हां, यह है कि डिस्काउंट नहीं मिल पाएगा. एक होटल में सेल्स डायरेक्टर अभिषेक शर्मा ने बताया कि उनके कैंटोनमेंट की तरफ होटल सभी 70 से 75% तक बुक हो चुके हैं. जबकि गंगा किनारे और मंदिर की तरफ 100% तक रूम फुल हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि वीकेंड पर उनके तरफ भी रूम की ऑक्युपेंसी बूस्ट अप हो जाएगी. वहीं, गवर्नमेंट अप्रूव्ड गाइड अभिषेक शर्मा ने बताया कि जो भीड़ पर्यटकों की गोवा और अन्य स्थानों पर जाया करती थी वह अब काशी आ रही है. युवा पीढ़ी सनातन के प्रति आस्था के विस्तार की वजह से काशी आ रही है. होटल से लेकर गंगा घाट गलियां सड़क सभी पर्यटकों से भर चुके हैं. उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति 5-6 जनवरी तक रह सकती है. वही नौका चालक शंभू निषाद ने बताया कि काशी में सैलानी लगातार बढ़ रहे हैं. जिसके चलते अपने नाव पर सुरक्षा के सभी उपकरण रख रहे हैं और यात्रियों से अच्छा व्यवहार भी कर रहे है. भीड़ के चलते नाव से लेकर सभी दुकान और सडके भी भर गई है. महाकुंभ जैसा नजारा एक बार फिर से देखने को मिल रहा है.
सुविधाओं की वजह से बढ़ रहा टूरिज्म-
वहीं, संयुक्त निदेशक पर्यटन वाराणसी विंध्याचल और आजमगढ़ मंडल के दिनेश कुमार ने बताया कि इस महीने वाराणसी का टूरिज्म तेजी से बड़ा कारण है मिलने वाली तमाम सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर. उन्होंने बताया कि जहां एक और 2023 में वाराणसी में पूरे साल 8 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ तो वहीं 2024 में यह संख्या 11 करोड़ तक पहुंच गई थी. तो 2025 नवंबर तक इस साल पर्यटकों की संख्या 16 करोड़ 69 लाख तक पहुंच गई है. जबकि अभी दिसंबर माह बाकी है. उन्होंने बताया कि 1589 पेइंग गेस्ट हाउस वाराणसी में रन कर रहे हैं. अभी हाल में ही 55 होमस्टे में लोगों ने अप्लाई किया जिन्हें लाइसेंस दे दिया गया है. वाराणसी में होटल 2200 के आसपास है. इस महीने इन सभी की ऑक्युपेंसी अच्छी जा रही है.
वहीं, वाराणसी पहुंचने वाले देसी या विदेशी सैलानियों और श्रद्धालुओं को भी भीड़ होटल की किल्लत और स्थान की कमी से दोचार होना पड़ रहा है. कई अपने आप को लकी बता रहे हैं कि वह पहले ही बुकिंग करा चुके थे. जिसके कारण उनको ज्यादा समस्या नहीं आई, लेकिन मौजूदा स्थिति में वाराणसी में रूम उपलब्ध तक नहीं है.
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