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विशाखापट्‌टनम में एक और गैस लीक, ताजा हुई भोपाल गैस कांड की यादें

गैस रिसाव से प्रभावित सभी 140 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गैस रिसाव की वजहों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. गैस रिसाव का शिकार हुए पीड़ित अनाकापल्ली, चोडावरम और रामबिली इलाकों से हैं.

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आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के अचुतापुरम में गैस रिसाव होने का मामला सामना आया है. गैस रिसाव की वजह से करीब 200 महिलाओं को सांस लेने में गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. सभी को इमरेंजी चिकित्सा देखभाल के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों को शक है कि पोरस इंडस्ट्रीज से गैस लीक हुई, जो सेज से थोड़ी दूरी पर है. 

दूसरी तरफ जिला अग्निशमन अधिकारी लक्ष्मण स्वामी का कहना है कि गैस रिसाव से प्रभावित सभी 140 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गैस रिसाव की वजहों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. गैस रिसाव का शिकार हुए पीड़ित अनाकापल्ली, चोडावरम और रामबिली इलाकों से हैं. सभी मजदूरों के हालत अभी नॉर्मल बतएं जा रहे हैं. इससे पहले आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम गांव में साल 2020 में ऐसी ही गैस की घटना सामने आई थी. जिसमें करीब 2 बच्चे समेत अब तक 8 लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के प्लांट में हुई थी. इस गैस लीक हादसे ने 4 किलोमीटर के दायरे में फैले सभी 5 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया था. 

आपको याद दिला दें कि भोपाल में  साल 1984 में 2 और 3 दिसंबर की रात यूनियन कार्बाइड कारखाने की गैस के रिसाव से हजारों लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे की वजह से करीब 15 हजार लोग मारे गए थे. इस हादसे के कई सालों बाद भी आज भी ये रिसी हुई गैस बरसात के पानी के साथ घुलकर  14 बस्तियों की 50 हजार से ज्‍यादा की आबादी के जमीन के पानी को जहरीला बना चुका है.