
बिजनौर जनपद से एक अजीबो-गरीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन लापरवाही और सिस्टम की गड़बड़ी के चलते उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया गया.
कहां का है मामला?
मामला नजीबाबाद विकासखंड की ग्राम पंचायत तातारपुर लालू का है. यहां के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी द्वारा नजीबाबाद निवासी अनुपम अग्रवाल का जन्म प्रमाण पत्र की जगह मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर दिया गया है. जैसे ही यह कागज उनके घर पहुंचा, परिवार और रिश्तेदारों में हड़कंप मच गया. जीवित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र देखकर घरवालों में शोक जैसा माहौल बन गया और हर कोई हैरान रह गया.
क्या कहना है पीड़ित का?
पीड़ित अनुपम अग्रवाल ने इस गंभीर लापरवाही पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि उन्होंने केवल जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन अधिकारियों ने इतनी बड़ी गलती कर दी. अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बिना सत्यापन और उचित प्रक्रिया के इतना बड़ा दस्तावेज कैसे जारी कर दिया गया.
इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि आम लोगों में भी रोष व्याप्त है. ग्राम पंचायत स्तर पर प्रमाण पत्रों के सत्यापन और डेटा एंट्री में गंभीर लापरवाही के लिए यह घटना एक जीता जागता उदहारण प्रतीत होती है.
क्या कहना है परिवार का?
परिवार का कहना है कि अगर यह प्रमाण पत्र कहीं सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो जाता तो उन्हें कई कानूनी और सामाजिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता था. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की जांच की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो. यह मामला सिस्टम की खामियों और लापरवाही का बड़ा उदाहरण है, जिसने एक जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर परिवार को झकझोर कर रख दिया.
-ऋतिक राजपूत की रिपोर्ट