scorecardresearch

3 साल बाद खुला हत्या का राज! पत्नी ने पहले पति का एक्सीडेंट करवाया नहीं मरा तो गोली मरवा दी

पानीपत के परमहंस कुटिया कॉलोनी में दिसंबर 2021 में हुई विनोद बराड़ा की हत्या में पुलिस की बड़ी कामयाबी मिली है. मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधी ने ही अपने प्रेमी संग मिलकर अपने पति विनोद की हत्या को अंजाम दिया था. 

Panipat Murder Wife plan with boyfriend police reveal Panipat Murder Wife plan with boyfriend police reveal

पानीपत के परमहंस कुटिया कॉलोनी में दिसंबर 2021 में हुई विनोद बराड़ा की हत्या में पुलिस की बड़ी कामयाबी मिली है. मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधी ने ही अपने प्रेमी संग मिलकर अपने पति विनोद की हत्या को अंजाम दिया था. पुलिस ने मृतक विनोद की पत्नी आरोपी निधी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो दोनों ने हत्या की बात कबूली.

कैसे रची हत्या की साजिश

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि थाना शहर में वीरेंद्र पुत्र देसराज निवासी परमहंस कुटिया ने दिसंबर 2021 में पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसका भतीजा विनोद सुखदेव नगर में हॉरट्रोन कंप्यूटर सेंटर चलाता था. 5 अक्टूबर 2021 की शाम विनोद परमहंस कुटिया के गेट पर बैठा था. तभी एक पंजाब नंबर की गाड़ी के चालक ने विनोद को गाड़ी से सीधी टक्कर मार दी. विनोद की दोनों टांगे टूग गई थी. उन्होंने इस बारे थाना शहर में आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ अभियोग दर्ज करवा दिया था.

सम्बंधित ख़बरें

पुलिस ने गाड़ी के चालक आरोपी देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा पंजाब को गिरफ्तार कर लिया था. इसके करीब 15 दिन बाद देव सुनार समझौते के लिए उसके पास आया. उन्होंने समझौता करने से मना कर दिया तो आरोपी अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया. इसकी रंजिश रखते हुए आरोपी देव सुनार 15 दिसंबर 2021 को देसी पिस्तौल लेकर सुमित के घर पर आया और अंदर घुसकर दरवाजा बंद कर कुंडी लगा ली. यह देख विनोद की पत्नी ने शोर मचाया तो वह शोर सुनकर सहायता के लिए बेटे यश, निधी व पड़ोसी के साथ विनोद के घर पहुंचा. उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की दरवाजा नहीं खुला. उसने खिड़की से देखा आरोपी देव सुनार ने विनोद को बिस्तर से नीचे गिरा कर पिस्तौल से कमर व सिर में गोली मार दी. उन्होंने आरोपी देव सुनार को मौके पर ही काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया था और खून से लथपथ भतीजे विनोद को अग्रसैन हास्पिटल लेकर गए थे. वहां डॉक्टर ने विनोद को मृत घोषित कर दिया. वीरेंद्र की शिकायत पर थाना शहर में अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी.

दोबारा शुरू हुई हत्या की जांच
पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी देव सुनार पानीपत जेल बंद था. पुलिस की ओर से न्यायालय में चालान पेश किया जा चुका था और मामला माननीय न्यायालय में ट्रायल पर था. पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि गत दिनों उनके पास मृतक विनोद बराड़ा के भाई जो आस्ट्रेलिया में रहते हैं उनका वॉट्सअप पर एक मैसेज आया उसने मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता होने का संदेह जताया. उन्होंने इसको गंभीरता से लेते हुए सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को दिशानिर्देश देकर जिम्मेदारी सौपी.

पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर प्लान किया था मर्डर
सीआईए थ्री पुलिस टीम ने फाइल को दोबारा के पढ़ा और दोबारा इसकी जांच शुरू की. जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी देव सुनार की सुमित नाम के युवक के साथ बातचीत थी और सुमित की मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधी से काफी बातचीत होने की बात सामने आई. पुलिस टीम ने 7 जून को आरोपी सुमित उर्फ बंटू निवासी गोहाना को सेक्टर 11/12 की मार्केट से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी देव सुनार से विनोद का पहले एक्सीडेंट व बाद में गोली मरवाकर हत्या करवाने की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी. पुलिस ने 7 जून को आरोपी सुमित उर्फ बंटू को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया.

जिम में हुई थी दोस्ती
रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने पुलिस को बताया वह साल 2021 में पानीपत में एक जिम में ट्रेनिंग देता था. विनोद की पत्नी निधी भी वहां जिम करने के लिए आती थी. इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई. दोनों आपस में काफी बातचीत करते थे. विनोद को उन दोनों के बारे में पता चला गया तो उसकी विनोद के साथ एक दो बार कहासुनी भी हुई. विनोद घर पर अपनी पत्नी निधी के साथ भी झगड़ा करने लगा. बाद में उसने व निधी ने विनोद की एक्सीडेंट में हत्या करवाने की साजिश रची.

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने बताया वह जानकार ट्रक ड्राइवर देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा से मिला और उसको 10 लाख रूपये कैश व केस का सारा खर्च देने का लालच देकर वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया. उसने देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई. देव सुनार ने 5 अक्टूबर 2021 को विनोद को जान से मारने की नीयत से गाड़ी से सीधी टक्कर मारकर विनोद का एक्सीडेंट कर दिया. एक्सीडेंट में विनोद की मौत नहीं हुई तो बाद में दोनों ने पिस्तौल से विनोद को मरवाने का प्लान बनाया और हत्या की वारदात को अंजाम दिया. दोनों फिलहाल हिरासत में हैं.

(रिपोर्ट : प्रदीप रेढू)