
राजस्थान पुलिस की फर्जी लेडी सिंघम मोना बुगालिया को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने दो साल से फरार चल रही मोना को सीकर से गिरफ्तार किया है, जहां वो स्टूडेंट बनकर फरारी काट रही थी. मोना ने फर्जी एसआई बनकर ना सिर्फ राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ली, बल्कि वर्दी पहनकर लोगों पर रौब झाड़ते हुए भी देखी गई. यही नहीं, आईपीएस और आरपीएस जैसे पुलिस अफसरों के साथ रील भी खूब वायरल हुई. लेकिन जब सहकर्मी को धमकी दी, तब पूरी पोल पट्टी खुल गई.
फर्जी SI बनकर ली ट्रेनिंग-
शास्त्रीनगर थानाधिकारी महेन्द्र सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह सीकर में एक मकान पर दबीश देकर आरोपी मोना बुगालिया उर्फ मूली देवी को गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया. जहां उसे कोर्ट में पेश कर 5 दिन की पीसी रिमांड मिली है. आरोपी मूल रूप से नागौर के डीडवाना की रहने वाली है, जिसने साल 2021 में सब-इंस्पेक्टर भर्ती में परीक्षा दी थी. लेकिन चयन नहीं होने के बावजूद खुद को एसआई बताकर फर्जी तरीके से आरपीए में ट्रेनिंग ली. हालांकि उसका मकसद अपराध नहीं था, लेकिन पुलिस की वर्दी पहनकर धौंस दिखाना और राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग सेंटर में जाना-आना भी अपराध से कम नहीं है.
जांच हुई तो हकीकत आई सामने-
आपको बता दें कि दो साल पहले शास्त्रीनगर पुलिस थाने में राजस्थान पुलिस अकादमी की ओर से एक मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन जब जांच हुई तो पता चला की RPA प्रशिक्षण बैंच में मूली देवी नाम की कोई चयनित सब-इंस्पेक्टर ही नहीं है. जब कड़ी पड़ताल हुई तो सामने आया कि मोना बुगालिया ही मूली देवी है, जो आरपीए में ट्रेनिंग ले रही है. इसके बाद अधिकारी हैरान रह गए. लेकिन तभी मोना उर्फ मूली को इसकी भनक लगी ओर वो फरार हो गई.
कैसे होती थी ट्रेनिंग सेंटर में एंट्री-
दरअसल आरपीए में ट्रेनिंग के लिए आई कार्ड से एंट्री होती थी. लेकिन मूली देवी एंट्री गेट से एंट्री लेने की बजाय अधिकारियों से परिचय कर विशेष गेट से प्रवेश लेती थी. यही नहीं, पुलिस की वर्दी में असली पुलिस अफसरों के साथ फोटो और वीडियो बना खुद को लेडी सिंघम प्रजेंट करती और उसी के बलबूते व्हाट्सप्प कॉल पर लोगों को धमकाती थी. अब शास्त्रीनगर थाना पुलिस उससे पूछताछ कर उसके सहयोगियों को लेकर पड़ताल में जुटी है.
(विशाल शर्मा की रिपोर्ट)
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