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पाकिस्‍तान को IMF ने दिया बड़ा झटका, छह अरब डॉलर का कर्ज देने से इनकार

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और पाकिस्तान के बीच कर्ज को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है, जिसके बाद आईएमएफ ने पाकिस्तान को छह अरब डॉलर का कर्ज देने से इनकार कर दिया. IMF के इस कदम से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फोटो- एपी) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फोटो- एपी)
हाइलाइट्स
  • कंगल पाकिस्तान को झटके का डबल डोज

  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कर्ज देने से किया इनकार

  • पाक में बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि

कर्ज में डूबे पाकिस्तान की हालत दिन पर दिन खराब होती जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और पाकिस्तान के बीच कर्ज को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई है, जिसके बाद आईएमएफ ने पाकिस्तान को छह अरब डॉलर का कर्ज देने से इनकार कर दिया. बताया जा रहा है कि पाक के वित्त मंत्री शौकत तारिक पिछले 11 दिनों से वॉशिंगटन में डेरा डाले हुए हैं. लेकिन पाकिस्तान को कर्ज नहीं मिल सका.  

IMF ने पाकिस्तान को नहीं दिया कर्ज 

पाकिस्तान के एक अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, IMF को मनाने के लिए इमरान खान सरकार ने बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी की. लेकिन इससे भी आईएमएफ संतुष्‍ट नहीं हुआ. आईएमएफ से कर्ज नहीं मिलने से अब पाकिस्तान को चीन या खाड़ी देशों के आगे एक बार फिर से झोली फैलाना पड़ सकती है. बता दें, पाकिस्तान ने आईएमएफ से 6 अरब डॉलर कर्ज मांगा है और आईएमएफ शर्तों के आधार पर किश्तों में कर्ज पाकिस्तान को दे रहा है. 

पाक में बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार आईएमएफ को खुश करने के लिए इमरान खान सरकार ने पिछले दिनों बिजली के दाम में 1.39 रुपये प्रति यूनिट, पेट्रोल के दाम में 10.49 और डीजल के दाम में 12.44 रुपये की वृद्धि कर दी थी. बावजूद इसके आईएमएफ खुश नहीं हुआ पर आम जनता महंगाई से हाय-हाय करने लगी. ऐसा बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तान को अभी बिजली की दर को डेढ़ से लेकर ढाई रुपये तक और बढ़ाने की संभावना है. 

डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान का रुपये नीचे गिर रहा है

पाकिस्तान की हालत इतनी खस्ता है कि डॉलर के मुकाबले पाकिस्तान रुपया लगातार नीचे आ रहा है.  वर्तमान में पाक मुद्रा बाजार में डॉलर के दाम 172 रुपये पर पहुंच गए हैं.  वहीं जनता महंगाई की आग में झुलस रही है.  मुद्रास्फीति दर 12 फीसदी पर जा चुकी है.  पाकिस्तान पहले से विश्व के उन 10 देशों में शामिल है, जिन पर पर सबसे ज्यादा कर्ज है.