
बॉलीवुड की फिल्म 'शराबी' का डायलॉग 'मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी' काफी पॉपुलर है. ये डायलॉग हर किसी की जुबां पर रहता है. बिहार के खगड़िया के नरेश हजारी नत्थुलाल जैसी मूंछों के लिए फेमस हैं. उनकी मूंछें 14 इंच लंबी हैं. इलाके में उनकी मूंछें चर्चा का विषय है. उनका दावा है कि एक वक्त ऐसा भी था, जब उनकी मूंछें 42 इंच लंबी थीं. उस समय उनकी मूंछ देश की दूसरी सबसे लंबी मूंछ थी.
साल 1978 में मिली CISF में नौकरी-
70 साल के नरेश हजारी को साल 1978 में सीआईएसएफ में नौकरी मिली थी. नौकरी मिलने से पहले ही उन्होंने मूंछ रखना शुरू कर दिया था. उनका दावा है कि जॉब के दौरान उनकी मूंछें 42 इंच तक पहुंच गई थीं. नौकरी के दौरान कई बार उनको सम्मानित भी किया जा चुका है. साल 2015 में वो सीआईएसएफ से रिटायर हो गए.
पहलवान भी हैं नरेश हजारी-
नरेश हजारी एक कुशल पहलवान भी हैं. उन्होंने कई बार विभाग की तरफ से पहलवानी भी की. विदेश में भी उन्होंने सेना की तरफ से रेसलिंग में हिस्सा लिया. उन्होंने की विदेशी पहलवानों को चित भी किया है. आज भी वो लोगों को पहलवानी के दांव बताते हैं.
पिता के निधन पर काटनी पड़ी थी मूंछ-
नरेश हजारी को अपनी परंपराओं की वजह से अपनी मूंछ काटनी पड़ी थी. साल 1985 में उनके पिता का निधन हो गया. पिता के निधन पर होने वाली रस्मों में उनको अपनी मूंछ काटनी पड़ी थी. हालांकि उसके बाद फिर से उन्होंने अपनी मूंछों को सँजोना शुरू किया. लेकिन अब तक उनकी मूंछे पहली जैसी लंबी नहीं हो पाई हैं. लेकिन आज उनकी मूंछें 14 इंच तक लंबी हो गई हैं. लेकिन उनके दावे के मुताबिक एक वक्त ऐसा था, जब उनकी मूंछें 42 इंच लंबी थी.
इलाके में उनकी मूंछें आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. मूंछें उनकी अनूठी पहचान का प्रतीक है. अपनी मूंछों की वजह से उनको सम्मान बढ़ जाता है.
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