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एक तरफ विराट कोहली की आवाज़... तो दूसरी तरफ शख्स ने खुद को बताया धोनी, रजत पाटीदार ने की गुज़ारिश... जानें क्या है पूरा मामला

जियो सेंटर ने एक ऐसे नंबर को जारी कर दिया जो बंद हो चुका था. यह नंबर क्रिकेटर रजत पाटीदार का था. नंबर जारी होने के बाद इस पर खिलाड़ियों के फोन आने लगे. लेकिन जिसको यह नंबर जारी हुआ उसने मामले को प्रैंक समझा.

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छत्तीसगढ़ के माडागांव के रहने वाले मनीष को जियो की एक ऐसी सिम अलॉट हुई, जिसके कारण उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी गई. लेकिन मनीष ने सिम से किसी अपराध को अंजाम नहीं दिया था. खात बात यह है कि उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत देने वाला एक जानामाना क्रिकेटर, जिनका नाम रजत पाटीदार है. लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि मनीष के खिलाफ पाटीदार ने पुलिस में शिकायत दी.

नई सिम पड़ी मनीष को भारी
दरअसल मनीष ने कुछ ही दिन पहले जियो से सेंटर से एक नई सिम ली थी. लेकिन इस सिम को फोन में डालते ही विराट कोहली, एबी डिविलियर्स जैसी क्रिकेट हस्तियों के फोन आने लगे. जब फोन में वॉट्सऐप इंस्टॉल किया तो फोटो पर रजत पाटीदार की फोटो लग गई. मनीष ने इसे कोई टेक्निकल फॉल्ट समझ नज़रअंदाज़ कर लिया.

लेकिन जो क्रिकेट हस्तियों के नाम से उन्हें फोन आ रहे थे, उनको लेकर मनीष ने समझा कोई प्रैंक कर रहा है. क्रिकेट की हस्तियों ता दिवाना मनीश का एक दोस्त खेमराज भी था. जब उसे पता लगा कि ऐसे फोन आ रहे हैं, तो मनीष और खेमराज दोनों उन नंबरों पर घंटों तक बात करते रहने लगे. साथ ही दोनों को लगा था कि प्रैंक हो रहा है जो वह भी सीरीयसली न लेकर, मजाकिया अंदाज में बात करते थे.

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फोन कॉल में भी एक समानता
दरअसल उनके पास जब भी किसी विराट कोहली, एबी डिलिवियर्स या किसी अन्य खिलाड़ी के नाम का फोन आता, तो वह बात करने के दौरान रजत नाम लेता था. लेकिन दोनों को यह लग रहा था कि कोई प्रैंक चल रहा है. इसलिए दोनों ने बात पर कभी इतना गौर नहीं किया.

फोन कॉल ने उठाया होश
जिस सिलेसिले से उनके पास क्रिकेट खिलाड़ियों का फोन आते थे. वह समझते थे प्रैंक है, इसी कड़ी एक दिन एक फोन और आया. लेकिन इस बार नाम था रजत पाटीदार का. उन्हें लगा कि फिर दोबारा प्रैंक हो रहा है. वह मजाकिया अंदाज में बात करने लगे. जब रजत ने अपना नाम बताया तो उन्होंने कहा कि मैं धोनी बात कर रहा हूं. रजत ने गुजारिश की कि आप मेरी सिम को मुझे लौटा दें. साथ ही कह दिया कि मैं पुलिस में भी शिकायत कर चुका हूं. बस इसके बाद दोनों के होश उड़ हो गए.

जारी हुआ बंद हो चुका नंबर
दरअसल जो सिम मनीष को अलॉट हुई थी वह पहले रजत पाटीदार के नाम पर दी. लेकिन रजत ने उसे बंद कर दिया था. जिसके बाद जियो ने वही नंबर मनीष को अलॉट कर दिया. जिसके कारण मनीष को खिलाड़ियों के फोन आ रहे थे. यानि जिसे वह प्रैंक समझ रहा था असल में वह वाकई में खिलाड़ी थे.