
केंद्रीय चीन में एक अजीब-गरीब मामला सामने आया जहां एक लड़की कोमा से इस तरह उठ गई जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी. दरअसल 18 वर्षीय जियांग चेनन 11 जुलाई को एक प्रवेश परीक्षा में शामिल हुईं. लेकिन जैसे ही वह नेशनल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा देकर बाहर निकली, उनके सीने में दर्द होने लगा, साथ ही बुखार होने लगा. जियोपाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टरों ने बताया कि वह फुलमिनेंट मायोकारडिट नाम की बीमारी के संपर्क में आ गई हैं. हालांकि जिसका सही कारण डॉक्टर नहीं बता पाए.
क्या होती है फुलमिनेंट मायोकारडिट बीमारी?
इस बीमारी में एकाएक दिल में सूजन पैदा हो जाती है, जिसके चलते मौत भी हो सकती है. इसका कुछ कारण है वायरल इंफेक्शन, इमोश्नल स्ट्रेस और खराब जीवनशैली.
पहले अस्पताल के बाद चेनन को दूसरे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां चेनन कोमा में चली गईं, जिसके बाद उन्हें आर्टिफिशियल हार्ट-लंग सपोर्ट की मदद से आईसीयू में रखा गया.
कमजोर थी परिवार की आर्थिक स्थिति
उनकी बहन बताती है कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है. उनके पिता 2023 में एक कार एक्सीडेंट का शिकार हो गए थे. साथ ही उनके उपर कर्ज भी है. इसके अलावा वह चलने से लाचार हैं और केवल घर पर रेस्ट करते हैं.
वहीं मां सड़कों पर खाना बेचती हैं. उनका एक भाई भी है जो 10वीं का छात्र है. जियांग के ट्रीटमेंट के लिए परिवार ने कई जगह से पैसे उधार लिए. साथ ही अभी तक जियांग के इलाज में $28,000 से उपर खर्च हो चुका है.
प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट बना चमत्कार
जियांग के कोमा में जाने के बाद, 8वें दिन उनके पिता को उनका प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट प्राप्त हुआ. जिसमें उन्हें कॉलेज में दाखिला मिल गया था. इस बात से खुश जियांग के पिता अस्पताल पहुंचे और जियांग को बताने लगे कि मुबारक हो तुम्हारा दाखिला हो चुका है. लेकिन इस समय तक जियांग कोमा के अंदर थी.
पर अपने पिता के बोल को सुन अचानक जियांग ने अपनी पलके झपकीं. जिसको देख परिवार की उम्मीद जागने लगी. जिसके बाद अगले दिन जियांग अचानक कोमा से बाहर आ गई और अपने परिवार से वीडियो कॉल पर बात की. साथ ही कॉलेज में दाखिले पर अपनी खुशी जाहिर की. हालाकि इस दौरान जियांग को बोलने में काफी परेशानी हो रही थी. जियांग को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि वह काफी किस्मत वाली लड़की है जो इस तरह कोमा से बाहर आ पाई.