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Curry Leaf growth in Monsoon: बरसात में रुक जाए कड़ी पत्ता की ग्रोथ तो घबराएं नहीं, आज़माएं ये उपाय 

बरसात ऐसा मौसम है जब सभी पौधे तेज़ी से उगते हैं. लेकिन अगर इस मौसम में आपके करी पत्ते की ग्रोथ रुक जाए तो घबराएं नहीं. उसकी देखभाल में छोटे-मोटे बदलाव करके आप इस ग्रोथ को लौटा सकते हैं.

Curry Leaf (Representational Image) Curry Leaf (Representational Image)

कड़ी पत्ता (Murraya koenigii) भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके पत्ते न केवल स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर होते हैं. लेकिन बरसात के मौसम में अक्सर कड़ी पत्ता के पौधे की वृद्धि रुक जाती है या पौधा कमजोर पड़ने लगता है. इसका कारण अधिक नमी, खराब जल निकासी या पोषक तत्वों की कमी हो सकता है. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि बरसात में कड़ी पत्ता के पौधे को स्वस्थ रखने और उसकी वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं.

बरसात में कड़ी पत्ता के पौधे की वृद्धि रुकने के कारण
1. अधिक पानी का जमाव : बरसात में मिट्टी में पानी भर जाता है, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं.
2. प्रकाश की कमी : बादल छाए रहने से सूरज की रोशनी कम मिलती है, जो पौधे की वृद्धि को प्रभावित करती है.
3. पोषक तत्वों की कमी : बारिश के कारण मिट्टी से पोषक तत्व बह सकते हैं.
4. कीट और रोग : नमी के कारण फंगल इन्फेक्शन या कीटों का हमला बढ़ सकता है.
5. मिट्टी की गुणवत्ता : भारी मिट्टी में जल निकासी खराब होने से पौधा कमजोर पड़ता है.

कड़ी पत्ता के पौधे को स्वस्थ रखने के उपाय
1. जल निकासी का ध्यान रखें
- गमले में : अगर कड़ी पत्ता गमले में उगा है, तो सुनिश्चित करें कि गमले के तल में छेद हों ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाए. गमले को ऐसी जगह रखें जहां बारिश का पानी सीधे जमा न हो.
- जमीन में : अगर पौधा जमीन में है, तो इसके आसपास की मिट्टी को ढीला करें और नाली बनाएं ताकि पानी जमा न हो. मिट्टी में रेत या जैविक खाद मिलाकर जल निकासी को बेहतर करें.

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2. उचित स्थान और रोशनी ज़रूरी
- कड़ी पत्ता का पौधा धूप पसंद करता है. बरसात में जब सूरज कम निकलता हो, तो पौधे को ऐसी जगह रखें जहां कम से कम 4-6 घंटे की अप्रत्यक्ष रोशनी मिले.
- अगर गमले में है, तो इसे बारिश से बचाने के लिए छायादार लेकिन हवादार जगह पर रखें.

3. मिट्टी और खाद का उपयोग
- मिट्टी को पोषक तत्वों से भरपूर रखने के लिए हर 15-20 दिन में जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट, या नीम की खली डालें.
- बारिश में पानी के साथ पोषक तत्व बह जाते हैं, इसलिए तरल खाद (जैसे गोमूत्र को पानी में मिलाकर) का उपयोग करें.
- मिट्टी की नमी की जांच करें और जरूरत से ज्यादा पानी देने से बचें.

4. कीट और रोग नियंत्रण
- बरसात में फंगल इन्फेक्शन और कीटों (जैसे एफिड्स, मकड़ी के कीड़े) का खतरा बढ़ जाता है. इसके लिए:
  - नीम के तेल को पानी में मिलाकर (2-3 मिली प्रति लीटर पानी) सप्ताह में एक बार पौधे पर छिड़कें.
  - पत्तियों पर सफेद धब्बे या चिपचिपाहट दिखे तो फफूंदनाशक (जैविक, जैसे बायोफंगसाइड) का उपयोग करें.
- पौधे के आसपास साफ-सफाई रखें और गीले पत्तों को नियमित रूप से हटाएं.

5. पौधे की छंटाई
- अगर पौधे की वृद्धि रुक गई है, तो पुरानी और सूखी पत्तियों या टहनियों को काट दें. इससे नई पत्तियों को बढ़ने का मौका मिलेगा.
- छंटाई के बाद पौधे को थोड़ा जैविक खाद दें ताकि वह जल्दी रिकवर कर सके.

6. पानी का संतुलन
- बरसात में अतिरिक्त पानी देने की जरूरत नहीं होती. मिट्टी को उंगली से जांचें; अगर मिट्टी गीली है, तो पानी न डालें.
- अगर गमले में पानी जमा हो रहा है, तो उसे तुरंत खाली करें.

7. पौधे को सहारा दें
- तेज हवाओं और बारिश के कारण पौधे की टहनियां टूट सकती हैं. लंबे पौधों को बांस की स्टिक या रस्सी से सहारा दें.
- गमले को ऐसी जगह रखें जहां तेज हवा का असर कम हो.

कुछ अतिरिक्त टिप्स
- नए पौधे की देखभाल : अगर आपने बरसात में नया कड़ी पत्ता का पौधा लगाया है, तो इसे बारिश से बचाने के लिए पारदर्शी प्लास्टिक शीट से ढकें, लेकिन हवा के लिए जगह छोड़ें.
- मौसमी बदलाव : बरसात खत्म होने के बाद पौधे को धूप में लाएं और मिट्टी को ढीला करें ताकि जड़ें मजबूत हों.
- पत्तियों की जांच : अगर पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो यह पोषक तत्वों की कमी या अधिक पानी का संकेत हो सकता है. तुरंत मिट्टी की जांच करें और उपाय करें.

बरसात में कड़ी पत्ता के पौधे की देखभाल के लिए सबसे जरूरी है जल निकासी, पोषक तत्वों की पूर्ति और कीट-रोगों से बचाव. सही देखभाल के साथ आपका पौधा न केवल बरसात में स्वस्थ रहेगा बल्कि पूरे साल हरा-भरा और फलता-फूलता रहेगा. नियमित निगरानी और थोड़ी सी मेहनत से आप अपने कड़ी पत्ता के पौधे को बारिश के मौसम में भी मजबूत रख सकते हैं.