मूली
मूली
सर्दियों मूली की खेती के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. इस मौसम में न तो ज्यादा गर्मी रहती है और न ही तेज बारिश, जिससे मूली अच्छी तरह बढ़ती है. अगर आपके पास खेत या बड़ा गार्डन नहीं है, तब भी आप आसानी से घर के गमले में मूली आसानी से उगा सकते हैं. खास बात यह है कि मूली को थोड़ी सी देखभाल की जरूरत पड़ती है. जिससे घर पर ही आपको ताजी और साफ मूली खाने को मिल जाएगी.
गमला चुनें
मूली उगाने के लिए गमले का चुनाव बहुत जरूरी है. गमला कम से कम 10 से 12 इंच गहरा होना चाहिए, ताकि मूली की जड़ नीचे तक आराम से बढ़ सके क्योंकि मूली जड़ में ही उगती है. गमले में नीचे पानी निकलने के लिए छेद जरूर होने करें, ताकि पानी जमा न हो और जड़ सड़े नहीं.
मिट्टी कैसी होनी चाहिए
मूली के लिए हल्की और भुरभुरी मिट्टी सबसे अच्छी रहती है. आप बगीचे की मिट्टी में ही गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिला कर मिट्टी तैयार कर सकते है. मिट्टी ज्यादा सख्त नहीं होनी चाहिए, वरना मूली टेढ़ी-मेढ़ी हो सकती है. मिट्टी गमले में डालते समय कंकड़-पत्थर निकाल देना ही बेहतर होगा.
बीज बोने का सही तरीका
मूली के बीज सीधे गमले में बोए जाते हैं. बीजों को ज्यादा गहराई में न बोएं, करीब ऊपर से एक इंच नीचे काफी होता है, ताकि पौधों को बढ़ने की जगह मिले. बीज बोने के बाद हल्की मिट्टी डालें और पानी दें.
पानी देने का सही समय
मूली को न तो ज्यादा पानी चाहिए होती है और न ही बहुत कम. मिट्टी हमेशा हल्की नम रहनी चाहिए. रोज थोड़ा-थोड़ा पानी देना बेहतर होता है. ज्यादा पानी देने से मूली फट सकती है और कम पानी देने से वह कड़वी हो जाती है.
गमले को धूप वाली जगह रखें
जब बीज से पौधा निकल जाए तब पौधों को रोज कम से कम 4 से 5 घंटे धूप दिखानी चाहिए. गमले को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की धूप आसानी से मिले. बहुत ज्यादा ठंडी हवा से भी पौधों को बचाना जरूरी है.
तैयार है मूली
मूली 25 से 35 दिनों में तैयार हो जाती है. जब मूली का ऊपरी हिस्सा मिट्टी से बाहर दिखने लगे, तब समझ जाएं कि वह तैयार है. देर करने पर मूली सख्त हो सकती है. कटाई के बाद आप ताजी मूली और उसकी हरी पत्तियां दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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