
सावन का महीना आते ही व्रत-उपवास का मौसम शुरू हो जाता है. ऐसे में हर घर में ये सवाल उठता है कि “आज खाने में क्या नया बनाएं जो व्रत में भी चले और स्वादिष्ट भी हो?” अगर आप भी उपवास के दौरान कुछ नया ट्राय करना चाहते हैं तो कुट्टू डोसा एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.कुट्टू एक बेहद पौष्टिक अनाज है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन और ज़िंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
व्रत में यह शरीर को एनर्जी देने के साथ-साथ पेट को लंबे समय तक भरा रखता है. कुट्टू का आटा आमतौर पर व्रत में इस्तेमाल होता है जैसे कि पूड़ी, पकौड़ी या पराठे बनाने के लिए. लेकिन कुट्टू डोसा एक ऐसा ट्विस्ट है जो न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी बेहतर है क्योंकि यह कम तेल में बनता है और आसानी से पच जाता है. आइए जानते हैं कुट्टू का डोसा बनाने का तरीका.
ज़रूरी इंग्रीडिएंट्स
- कुट्टू का आटा – 1 कप
- दही – ½ कप
- पानी – आवश्यकतानुसार
- उबले आलू – 1 मध्यम (मैश किए हुए, ऑप्शनल)
- हरी मिर्च – 1 बारीक कटी
- सेंधा नमक – स्वाद अनुसार
- जीरा – ½ चम्मच
- हरा धनिया – थोड़ा सा
- देसी घी/मूंगफली तेल – सेंकने के लिए
ऐसे बनाएं कुट्टू का डोसा
- सबसे पहले एक बड़े बर्तन में कुट्टू का आटा लें. इसमें दही, हरी मिर्च, जीरा, सेंधा नमक और थोड़ा पानी डालकर एक डोसे जैसा पतला घोल तैयार करें. घोल में गाठें न पड़ें, इसका ध्यान रखें. इसे 10-15 मिनट ढककर रख दें ताकि थोड़ा सेट हो जाए.
- अब नॉन-स्टिक तवा गरम करें और हल्का सा घी लगाएं. एक करछी भर बैटर लेकर तवे पर फैलाएं, बिलकुल जैसे आप डोसा बनाते हैं. किनारों पर थोड़ा घी डालें और मीडियम आंच पर पकने दें. जब एक साइड से कुरकुरा हो जाए तो पलटकर दूसरी साइड भी सेंक लें. अगर आप चाहें तो बीच में उबले हुए आलू का हल्का मसाला भी भर सकते हैं.
- कुट्टू डोसे को व्रत वाली हरी चटनी (धनिया, पुदीना और सेंधा नमक से बनी) या ताज़ा दही के साथ परोसें. आप इसे दिन के किसी भी वक्त खा सकते हैं. चाहे सुबह का नाश्ता हो या रात का हल्का खाना.
बेहद फायदेमंद है कुट्टू का डोसा
- व्रत में पेट भरता है, पर भारी नहीं लगता
- कम तेल में बनता है, डायबिटिक लोगों के लिए भी बेहतर
- प्रोटीन और फाइबर से भरपूर
- बच्चों को भी आसानी से पसंद आता है
व्रत का मतलब ये नहीं कि आप सिर्फ आलू और फल खाएं. थोड़े से इनोवेशन और देसी सुपरफूड्स जैसे कुट्टू से आप व्रत को स्वाद और सेहत दोनों से भर सकते हैं. अगली बार जब आप उपवास रखें तो कुट्टू डोसे को ज़रूर आजमाएं. यकीन मानिए, ये व्रत को त्योहार बना देगा.