चीन में इन दिनों फूड टेस्टर्स या सेन्सरी इवैल्यूएशन इंजीनियर तेजी से वायरल हो रहे हैं. बाहर से यह काम जितना मज़ेदार और स्वाद से भरा लगता है, वास्तविकता उससे कहीं कठिन है. कंपनियां इसे आकर्षक बनाने के लिए ‘वेट-गेन सब्सिडी’ तक देती हैं. यानी अगर आपका वजन इस काम से बढ़ता है तो आपको 'अतिरिक्त रकम' मिलेगी. इन अनोखे पेशेवरों को स्नैक ब्रैंड्स, सुपरमार्केट और फूड फैक्ट्रियों में रखा जाता है. उनकी मासिक आमदनी करीब ₹1 लाख होती है. लेकिन उनका काम हर छोटे से छोटे स्वाद, टेक्सचर और खुशबू के बदलाव को पकड़ना होता है, जो इतना भी आसान काम नहीं है.
चखना पड़ता है कई किलो खाना
साउथ चाईना मार्निंग पोस्ट की खबर के अनुसार, टेस्टर्स को एक दिन में 50 आइसक्रीम, किलो-किलो मीट तक चखना पड़ जाता है. कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि गर्मियों में आइसक्रीम टेस्टर्स्स 40–50 आइसक्रीम चखते हैं, जबकि एक्सपर्ट्स दर्जनों मीट बॉक्स कंट्रोल टेम्प्रेचर वाले कमरों में चखते हैं.
एक टेस्टर मेई वान एक सुबह में 2.5 किलोग्राम तक सैंपल खा लेती हैं. जो कि एक वयस्क की पूरे दिन की खुराक के बराबर है. सिर्फ खाने से मतलब नहीं होता, बल्कि टेस्ट करने के बाद खाने को लेकर रिपोर्ट भी तैयार कर के देनी होती है. जिससे पता लग पाता है कि मार्केट में प्रोडक्ट कितना चल पाएगा. जिसमें स्वाद, टेक्सचर, आफ्टर-टेस्ट से लेकर प्रोडक्ट के लुक तक सब दर्ज होता है.
जान का रहता है खतरा
इन फूड टेस्टर्स को जो खाना चखवाया जाता है, वह खुद उनकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. किस खाने को किस प्रकार तैयार किया गया है, साथ ही उसे टेस्ट करने वाले को किसी चीज़ से रिएक्शन की शिकायत तो नहीं. या किसी खाने में गलती से कोई टॉक्सिन तो नहीं मिला ऐसे अनेकों पहलू होते हैं, जिनसे इन्हें गुजरना पड़ता है.
टेस्टर्स के लिए बने सख्त रूल
इतना मोटा पैकेज देने वाली कंपनी किसी को भी ऐसे ही हायर नहीं करती. वहीं खाना टेस्टर्स के लिए खुद शर्ते भी रखती हैं. जैसे पुरुष स्मोकिंग और ड्रिंकिंग बिल्कुल नहीं कर सकते, तो वहीं महिलाएं मेकअप और नेल पॉलिश से प्रतिबंधित रहती हैं. साथ ही उन्हें मसालेदार से लेकर फीका और सादा खाना भी टेस्ट करना पड़ सकता है. जिससे स्वाद बेहतर तरीके से पता चल सके.
टेस्टर्स को मिलता मोटाफे का फायदा
एक फूड टेस्टर्स बताती हैं कि उन्होंने अपने पहले महीने में खाना टेस्ट कर-कर के 10 किलो वजन बढ़ा लिया था. जिसके लिए अब हर दिन रनिंग करती हैं. कई और टेस्टर्स साथी भी शुरुआत में तेजी से वजन बढ़ाते हैं. कुछ कंपनियां टेस्टर्स्स को हर आधा किलो वजन बढ़ने पर एक्सट्रा पैसे भी देती है.