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रेड लाइट एरिया की महिलाओं की बदली जिंदगी! नीति आयोग की 'आकांक्षा हाट बाजार योजना' बनी बदलाव की मिसाल

यह हाट खुदीराम बोस स्टेडियम में आयोजित किया गया है, जो एक सप्ताह तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा. यहां आने वाले लोग न केवल बेहतरीन उत्पाद खरीद सकते हैं, बल्कि उस संघर्ष की कहानी से भी रूबरू हो सकते हैं, जो इन महिलाओं ने जी है.

Akansha Haat Market Akansha Haat Market

कभी हाशिये पर खड़ी मानी जाने वाली महिलाएं आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बन रही हैं. मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया से जुड़ी महिलाओं के जीवन में नीति आयोग द्वारा संचालित ‘आकांक्षा हाट बाजार योजना’ ने एक नई रोशनी जगाई है. जहां एक समय इन महिलाओं को समाज अपनाने में हिचकता था, आज वहीं समाज उनके बनाये रेडिमेड कपड़ों और हस्तशिल्प की सराहना कर रहा है.

क्या है ‘आकांक्षा हाट बाजार योजना’?
यह योजना नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य उन महिलाओं और समूहों को मुख्यधारा में लाना है जो अब तक सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित रहे हैं. इस पहल के माध्यम से रेड लाइट इलाके की महिलाएं अब सिलाई, कढ़ाई, साड़ी, सूट, बैग और सजावटी उत्पाद बना रही हैं और उन्हें स्थानीय बाजार में बेच रही हैं.

जुगनू रेडिमेड गारमेंट
इस बुटीक में रेड लाइट क्षेत्र की 25 महिलाएं काम कर रही हैं. सोशल वर्कर नसीमा बताती हैं कि ये महिलाएं उद्योग विभाग से पंजीकृत ‘जुगनू रेडिमेड गारमेंट’ नामक बुटीक चला रही हैं. घर पर तैयार किए गए महिलाओं के परिधान अब आकांक्षा हाट के जरिए ग्राहकों तक 

डीएम सुब्रत कुमार सेन की सराहनीय भूमिका
इस पहल के उद्घाटन अवसर पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा, “यह हाट ‘लोकल फॉर वोकल’ को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अहम कदम है. यहां जीविका दीदियों सहित अन्य स्थानीय उत्पादकों के फूड प्रोडक्ट्स, हस्तशिल्प और पारंपरिक वस्तुओं के स्टॉल लगाए गए हैं.”

डीएम ने आगे कहा कि यह हाट न सिर्फ महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा. यहां हर दिन आम लोग स्वदेशी उत्पाद खरीदकर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में योगदान कर सकते हैं.

हाशिये से मुख्यधारा तक 
रेड लाइट इलाके की इन महिलाओं के लिए यह हाट सिर्फ व्यापार का मंच नहीं, बल्कि इज्जत और आत्मविश्वास का प्रतीक बन गया है. जो महिलाएं पहले सिर्फ जीविका के लिए संघर्ष करती थीं, वे अब अपने हुनर से सम्मान और स्थिरता हासिल कर रही हैं.

सम्मान और प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान आकांक्षी जिला और प्रखंड स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों और अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया. जिलाधिकारी ने घोषणा की कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों और उत्पादकों को आगे भी सम्मानित किया जाएगा, जिससे बाकी लोगों को प्रेरणा मिले.

यह हाट खुदीराम बोस स्टेडियम में आयोजित किया गया है, जो एक सप्ताह तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा. यहां आने वाले लोग न केवल बेहतरीन उत्पाद खरीद सकते हैं, बल्कि उस संघर्ष की कहानी से भी रूबरू हो सकते हैं, जो इन महिलाओं ने जी है.

(मणि भूषण शर्मा की रिपोर्ट)