समु्द्र की सिपी में नहीं खेतों में उग रहा है
समु्द्र की सिपी में नहीं खेतों में उग रहा है मोतियों की कीमत और उसकी पहचान महिलाओं से बेहतर कौन कर सकता है. मोतियों का डिमांड देश से लेकर विदेशों तक रहता है. महिलाएं मोतियों से बने आभूषण के प्रति हमेशा आकर्षित रहती हैं. मोती समुद्र से निकाले जाते हैं. लेकिन ये खबर शायद आपको हैरान कर देगी. क्योंकि रांची में मोती की खेती हो रही है. रांची की एक महिला मोती की खेती कर रही है. हैरत की बात ये है कि ये खेती किसी बड़े तालाब में नहीं ब्लकि घर में हो रही है.
कमाई का नया जरिया है मोती की खेती
रांची की रहने वाली संजू देवी अपने नई पहचान और कमाई की नई जरिया ढूंढ लिया है. जिसमें संजू देवी ने मोती की खेती में कदम बढ़ाया है. इसके अलावा अन्य महिलाएं काफी प्रभावित है और संजू देवी से कुछ सीखना चाहती हैं. मोती की खेती की बात सुनकर हर कोई हैरान है. संजू देवी के इलाके में महिलाओं और बच्चों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है. जहां पहले मोती खरीदने के लिए महिलाओं को पहले कई रुपए खर्च करने पड़ते थे. वहीं अब उन्हें ये सस्ते में मिल जाता है. देवंती देवी उन पलों को याद करती हैं जब मोती की एक छोटी सी अंगूठी लेने के लिए उन्हें बड़े बड़े शोरूम में जाना पड़ता था और हजारों में दाम सुनना पड़ता था.
सशक्त हो रही हैं महिलाएं
संजू की देवी की इस पहल से कई महिलाएं खुद को सशक्त महसूस कर रही हैं. ये पहल महिलाओं के सशक्तिकरण का मिसाल बन रही है झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली संजू देवी मोती की खेती कर अलग ही पहचान बना रही है. साथ में कई महिलाओं को भी अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है.
(रांची से आकाश कुमार की रिपोर्ट)