guard in China who died in a sweltering workplace without air conditioning
guard in China who died in a sweltering workplace without air conditioning ऑफिस में अक्सर कर्मचारियों से समय से पहले पहुंचने की उम्मीद की जाती है. देर से आने पर कई बार छुट्टी कटती है या सैलरी में कटौती का डर सताता है लेकिन जब कोई एक घंटा पहले ऑफिस पहुंचता है, तो क्या उसे कोई मुआवजा मिलता है? जवाब है- नहीं. हाल ही में चीन के एक सुरक्षा गार्ड के साथ ऐसा ही हुआ.
चीन के शांक्सी प्रांत के शीआन शहर में 50 साल के सिक्योरिटी गार्ड झोउ की दर्दनाक मौत हो गई. 15 जुलाई की सुबह वह अपनी शिफ्ट से एक घंटा पहले सुबह 7 बजे काम पर पहुंचा था. नाश्ता करने के बाद अचानक वह बेहोश हो गया और अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई. रिपोर्ट में हार्ट अटैक को मौत का कारण बताया गया है. उस दिन तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था और न तो कमरे में और न ही डॉर्मिटरी में AC लगा हुआ था.
कंपनी ने मौत को नहीं माना ‘वर्क रिलेटेड’
झोउ के परिवार ने कहा कि उनकी मौत गर्मी और खराब वर्क एनवायरमेंट के कारण हुई है, इसलिए इसे इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट माना जाना चाहिए. लेकिन कंपनी ने कहा कि झोउ ड्यूटी समय से पहले आया था, इसलिए यह मौत वर्कप्लेस की नहीं मानी जाएगी. कंपनी ने परिवार को मुआवजा देने से इनकार कर दिया.
सुरक्षा गार्ड के रहने की जगह भी खराब
झोउ का परिवार ने कहा कि डॉर्मिटरी बहुत छोटा था, जहां लगभग 20 लोग 200 वर्ग मीटर से भी कम जगह में रहते थे. वहां न तो ठीक से साफ-सफाई थी और न ही पर्याप्त रोशनी. कंपनी ने काम की इन खराब स्थितियों को स्वीकार किया है और जल्द ही एसी लगाने की बात कही है.
झोउ की बेटी बताती हैं कि उनके पिता को कंपनी ने कई बार ‘आदर्श कर्मचारी’ का पुरस्कार दिया था. पड़ोसियों ने भी उन्हें मेहनती और मददगार बताया. एक और पड़ोसी ने कहा कि झोउ बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं की मदद करता था. बच्चे भी उसे बहुत पसंद करते थे.
सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही कंपनी
झोउ की मौत की खबर चीन के सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और इसे अब तक 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग देख चुके हैं. कई यूजर्स ने कंपनी की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, “इतनी गर्मी में एसी न लगाना जानलेवा है.” वहीं दूसरे ने कहा, “जो कर्मचारी समय से पहले ड्यूटी करने आता है, उसे सम्मान की जगह नकारा जा रहा है, ये गलत है.”
चीन के नियम के मुताबिक अगर कर्मचारी काम के दौरान या काम से जुड़े काम करते वक्त अचानक बीमार होकर मरता है, तो उसे इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट माना जाता है. इसके तहत परिवार को मुआवजा, अंतिम संस्कार के खर्च और एकमुश्त राशि मिलती है.