
चमड़े की चप्पल, कपड़े की चप्पल और शायद लकड़ी की चप्पल भी आपने कभी न कभी पहनी हो. इंसान ने चप्पल की ईजाद की थी ताकि सड़क पर चलते हुए उसके पैरों पर मिट्टी न लगे. लेकिन आप क्या कहेंगे अगर आपको पता चले कि अब मिट्टी से ही चप्पल बन रही है? दरअसल लंदन की रैवन्सबोर्न यूनिवर्सिटी में 21 साल के डिज़ाइन ग्रैजुएट राहत राय ने घर में मौजूद धूल-मिट्टी से चप्पलें तैयार की हैं.
वैक्यूम क्लीनर की धूल से बनाते हैं चप्पल
राय ने इस प्रोजेक्ट को 'डन एंड डस्टेड' (Done and Dusted) नाम दिया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि राय का यह प्रोजेक्ट वैक्यूम क्लीनर से निकली धूल से ऊन जैसा मटेरियल तैयार कर देता है. इस तरह वह हर रोज़ हमारे घर से निकलने वाली धूल को रिसाइकल करते हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट राय के हवाले से कहती है, "मैंने एक धूल भरा फर्श देखा और सोचा, लोग अपना घर बहुत साफ करते हैं. लोग अपने वैक्यूम क्लीनर में इस गंदगी को इकट्ठा भी करते हैं. इसे इकट्ठा करने के लिए तो लोगों के पास एक मशीन है. लेकिन क्या यह सिर्फ धूल है? क्या इसमें कुछ और भी संभावनाएं हैं? क्या इससे कुछ और भी किया जा सकता है?"
कैसे करते हैं धूल से जादू?
अब सवाल उठता है कि राय इसे कैसे अंजाम दे रहे हैं. दरअसल वह सबसे पहले धूल से ऐसे मोटे कंकर निकाल लेते हैं जो 'धूल' का हिस्सा नहीं होते. इसके बाद वह बची हुई असली धूल को चपटा करते हैं और उसको गर्म करते हैं ताकि उससे बैक्टीरिया और दूसरी अशुद्धियां निकाली जा सकें. इसके बाद उस धूल से एक फैब्रिक तैयार हो जाता है जिसे सिलकर या लैटेक्स के जरिए मजबूत और टिकाऊ चप्पलों में तब्दील कर दिया जाता है.
राय कहते हैं, "मैं (वैक्यूम क्लीनर के कूड़े से) लकड़ी के टुकड़े निकाल चुका हूं. नाखून निकाल चुका हूं. यहां तक कि पैरों के नाखून निकाल चुका हूं. मुझे नहीं पता था कि यह संभव होगा या नहीं. लेकिन मुझे लगा कि भविष्य में यह दूसरे मटेरियल से बनने वाली चप्पलों का एक अच्छा विकल्प हो सकता है और लोग इसे खरीद सकते हैं. एक तरह से यह कूड़े को एक नई जिन्दगी देता है. उसे एक प्रोडक्ट में बदल देता है."
राय ने फिलहाल जो प्रोटोटाइप तैयार किया है वह रोज़ाना पहनने के काबिल नहीं है, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि एक शुरुआत ज़रूर हो चुकी है. उनका यह प्रोटोटाइप कचरे को एक संसाधन के तौर पर देखता है. इसलिए यह फैशन में बढ़ते इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स के चलन के लिहाज़ से एक अच्छा प्रोडक्ट हो सकता है. राय का मानना है कि उनका धूल से बना टेक्सटाइल पैकेजिंग या फर्निचर के लिए बहुत कारगर हो सकता है. फिलहाल वह अपने सोर्स मटेरियल के लिए साफ-सफाई करने वाली कंपनियों से साझेदारी की कोशिश कर रहे हैं.