अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहरा रहा है. इस ध्वज की काफी मान्यता है. इसी तरह से देश के कई बड़े मंदिरों के शिखर पर भी धर्म ध्वज फहराता है और उनके फहराने के पीछे खास वजह होती है. गुजरात के द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर के शिखर पर भी ध्वज फहराने की परंपरा है. मंदिर की मुख्य चोटी पर झंडा फहराने का खास महत्व और रिवाज है.
द्वारका के द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य शिखर पर रोजाना 6 बार झंडा बदला जाता है. इसका मतलब है कि मुख्य चोटी पर दिन में 6 बार झंडे फहराए जाते हैं.
सुबह 7 बजे और शाम 5 बजे के झंडे डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर तुरंत बुक करते हैं. जबकि बाकी 4 झंडे लोकल गुगली ब्राह्मण 505 ऑफिस में बुक किए जाते हैं.
द्वारकाधीश मंदिर में फहराया जाने वाला झंडा 52 गज यानी करीब 155 फीट लंबा होता है.
द्वारका में गायकवाड़ सरकार के समय से ही इसे द्वारका के अबोटी ब्राह्मणों के युवा जगत मंदिर की 78 मीटर ऊंची चोटी पर फहराते आ रहे हैं.
द्वारका जगत मंदिर में फहराए जाने वाले झंडे का रंग भी राशि और नक्षत्र के हिसाब से चुना जाता है. जिसमें सोमवार को गुलाबी, मंगलवार को पीला, बुधवार को हरा, गुरुवार को केसरिया, शुक्रवार को सफेद, शनिवार को नीला और रविवार को लाल रंग का झंडा फहराया जाता है.
(रजनीकांत जोशी की रिपोर्ट)