
सावन मास के कांवड़ मेले में गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में देश के जवानों नाम एक ऐसी कावड़ भी आई, जिसने मानो दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे 58 कांवड़ मार्ग पर अपना कब्जा ही कर लिया हो. यहां एक 511 फीट तिरंगे वाली कांवड़ नज़र आई. जो देश के जवानों को, उनके मान-सम्मान को समर्पित है.
शिव भक्तों का जवानों से प्रेम
देश के जवानों को समर्पित इस विशाल तिरंगा कांवड़ को मुजफ्फरनगर जनपद के रहने वाले 43 किसान लेकर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि 2017 में पहली बार इन शिव भक्त कावड़ियों की टोली 121 फीट, 2018 में 151 फीट की तिरंगा कावड़ लेकर आई थी. अब इस कांवड़ का साइज़ 511 फीट का हो गया है.
511 फीट की तिरंगा कांवड़
2025 में ये शिव भक्तों की टोली 511 फीट की विशाल तिरंगा कांवड़ लेकर आई है. जिसे देखने के लिए लोगों का हुजूम जुटा हुआ है. इस कांवड़ को लाने वाले शिव भक्त कांवड़िए बताते हैं कि वह हरिद्वार से गंगाजल उठाकर अपनी इस विशाल तिरंगा कावड़ को लेकर बागपत के पुरा महादेव मंदिर में जा रहे हैं.
वहां जाकर शिवरात्रि के दिन भगवान शिव शंकर का जलाभिषेक कर ये किसान कांवड़िए अपनी यात्रा पूरी करेंगे. ये कावड़िए इस विशाल तिरंगा कावड़ के साथ रोजाना 10 से 12 किलोमीटर चलकर अपनी इस यात्रा को कर रहे है. लेकिन अब यह अपनी रफ्तार को बढ़ाने की सोच रहे हैं, क्योंकि दिन कम बचे हैं.
क्या कहते हैं भोले के भक्त
इस कांवड़ को ला रही टोली के सदस्य मुकेश कुमार बताते हैं कि हम हरिद्वार से कावड़ लेकर पुरा महादेव जाएंगे. 511 फीट की कांवड़ भारतीय जवानों के लिए मान-सम्मान के लिए है, उनको समर्पित है. साथ ही जो मोदी जी ने देश के लिए किया है, उसके लिए भी यह कांवड़ है. इस तिरंगा कावड़ को 43 कांवड़िए लेकर जा रहे हैं.
इस कांवड़ को 2017 में तैयार किया गया था. जिसके बाद इसका साइज़ थोड़ा बढ़ाया गया.रोज कांवड़ लेकर 10-12 किलोमीटर रोज़ चलते हैं. लेकिन समय की कमी को देखते हुए अब कांवड़िए अपनी रफ्तार को तेज करेंगे.
-संदीप सैनी की रिपोर्ट