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Chardham Yatra Resumes: फिर से शुरू हुई चारधाम यात्रा, केदारनाथ में बढ़ी भक्तों की रौनक... जानिए कैसा है माहौल

केदारनाथ धाम में फिलहाल जो माहौल है, वह श्रद्धालुओं को खूब लुभा रहा है. बर्फ़ से ढके पहाड़ और खिली धूप ने यात्रा को सुखद बना दिया है. भक्तों ने बाबा के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की है.

Kedarnath Yatra 2025 Kedarnath Yatra 2025

उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण रोक दी गई चारधाम यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है. केदारनाथ घाटी में रविवार को मौसम ने एक बार फिर करवट ली. लगातार बारिश और खराब मौसम के बाद अब यहां का आसमान साफ हो गया है. बाबा केदारनाथ के भक्तों के लिए यह एक शुभ संकेत है क्योंकि मौसम सुधरने के बाद केदारनाथ के कपाट भक्तों के लिए एक बार फिर खुल गए हैं. 

मौसम साफ, भक्तों की संख्या बढ़ी
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले दिनों भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा लगातार बाधित हो रही थी लेकिन मौसम की आंख मिचौली के बाद केदारनाथ धाम में रौनक एक बार फिर लौटने लगी है. अब यहां मौसम साफ हो गया है और बाबा केदारनाथ के भक्तों के चेहरे पर खुशी लौट आई है. मंदिर के सामने लंबे समय बाद श्रद्धालु कतारों में खड़े नजर आए. रुद्रप्रयाग में पहाड़ों ने बर्फ़ की सफेद चादर ओढ़ ली है, और खिली धूप ने भक्तों का स्वागत किया.
 

पितृपक्ष में भक्तों की संख्या में इजाफा
पितृपक्ष शुरू होते ही बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है. भक्तों ने हर-हर महादेव और बाबा केदार के जयकारों से धाम को गूंजायमान कर दिया है. मौसम के साफ होने से यात्रा ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है. 

यात्रा में बाधा और अब उम्मीदें
लगातार बारिश के कारण कई बार यात्रा रोकनी पड़ी थी, जिससे भक्तों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन अब मौसम के बदलाव ने यात्रा को पटरी पर ला दिया है. प्रवीण सेमवाल की रिपोर्ट के अनुसार, अगर मौसम यूं ही साफ रहा तो आने वाले दिनों में बाबा के भक्तों की संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है. 

केदारनाथ धाम में फिलहाल जो माहौल है, वह श्रद्धालुओं को खूब लुभा रहा है. बर्फ़ से ढके पहाड़ और खिली धूप ने यात्रा को सुखद बना दिया है. भक्तों ने बाबा के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की. सब कुछ सही रहा तो 23 अक्टूबर को चारधाम के कपाट बंद होने के श्रद्धालु दर्शन करना जारी रख सकेंगे.