
गणेश चतुर्थी का पर्व आते ही घर-घर में बप्पा का स्वागत होने लगता है और साथ ही उनकी प्रिय मिठाई मोदक की खुशबू भी हर ओर फैल जाती है. परंपरा के मुताबिक मोदक भगवान गणेश को प्रिय है और पूजा में इसका विशेष महत्व है. लेकिन इस बार जयपुर में गणेश चतुर्थी को और भी खास बनाने के लिए मोदक को बिल्कुल नए रूप में पेश किया गया है. यहां बाजारों और स्वीट शॉप्स पर आपको मिलेंगे 18 से अधिक अनोखे फ्लेवर वाले मोदक और लड्डू, जो परंपरा को बनाए रखते हुए नई पीढ़ी के स्वाद को भी ध्यान में रखते हैं.
कई फ्लेवर में मोदक-
इस बार के मोदक संग्रह में वाकई कुछ चौंकाने वाले फ्लेवर शामिल किए गए हैं. जहां परंपरागत मावा और नारियल मोदक अब भी सबसे प्रिय हैं, वहीं अब इनके साथ Nutella, Biscoff Kaju, Blueberry, Thandai, Gulkand, Mango, Fruit Cake, Anjeer Kaju Pista, Pineapple, और Sandesh जैसे फ्लेवर भी उपलब्ध हैं. देसी स्वाद पसंद करने वालों के लिए Motichoor, Mathura-style, Chidava और Kanpuri मोदक भी खूब आकर्षित कर रहे हैं. यह फ्लेवर युवाओं और बच्चों के बीच खासा लोकप्रिय हो रहे हैं, क्योंकि ये परंपरा और मॉडर्न टेस्ट दोनों का संगम हैं.
शुद्ध देसी घी में तैयार लड्डू-
लड्डुओं में भी इस बार “रिवाइवल” देखने को मिल रहा है. जयपुर की दुकानों पर Banarasi, Kanpuri, Choguni, Doodh, Nariyal, Besan Badam और Moong Dal जैसे लड्डू शुद्ध देसी घी में तैयार किए गए हैं. यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब हैं बल्कि त्योहार की मिठास को दोगुना कर देते हैं.
मोदक लड्डू थाली-
खास बात यह है कि इस बार बाजारों में “Modak Laddoo Thaal” भी उपलब्ध है, जिसमें एक साथ 21 अलग-अलग वैराइटीज़ सजाई गई हैं. यह भोग लगाने के साथ-साथ गिफ्टिंग के लिए भी परफेक्ट विकल्प है. इतना ही नहीं, इस बार यहां “Modak Laddoo Cake” भी देखने को मिल रहा है, जिसमें मोदक और लड्डू को एक केक की तरह सजाया गया है. यह आइडिया खासकर नई पीढ़ी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि इसमें परंपरा के साथ-साथ सेलिब्रेशन का ट्रेंडी अंदाज़ भी जुड़ा हुआ है.
कब है गणेश चुतर्थी?
इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है. गणेश महोत्सव इसी दिन से शुरू हो रहा है और 10 दिन बाद 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन इसका समापन होगा. इस दिन गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है.
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