
माता वैष्णो देवी धाम में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे बड़ा हादसा हुआ. अर्धकुमारी मंदिर से कुछ ही दूरी पर पुराने ट्रैक पर स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास अचानक लैंडस्लाइड हो गया. हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर बुधवार सुबह तक 31 हो चुकी है, जबकि 23 से ज्यादा लोग घायल हैं और कई श्रद्धालु अब भी लापता बताए जा रहे हैं.
चश्मदीदों के मुताबिक, अचानक बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरने लगा. कुछ ही सेकंड में पूरा इलाका तबाह हो गया. कई श्रद्धालु मलबे और चट्टानों के नीचे दब गए. राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है.
बारिश बनी आफत, जम्मू में 250 मिमी से ज्यादा बारिश
जम्मू क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में 250 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जिससे पूरे इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई गांवों में पानी भर गया है. घर और खेत डूब चुके हैं. ऐसे हालातों को देखते हुए प्रशासन ने वैष्णो देवी यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है. मौसम की स्थिति को देखते हुए नॉर्दर्न रेलवे ने जम्मू-कटरा के बीच चलने वाली 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, जबकि 27 ट्रेनों को बीच रास्ते से ही शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है. हालांकि, कटरा-श्रीनगर रूट पर ट्रेन सेवा जारी है.
श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है अर्धकुमारी गुफा
जहां ये हादसा हुआ, वह स्थान केवल एक ट्रैक नहीं बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है. अर्धकुमारी गुफा वह स्थान है जहां मान्यता के अनुसार मां वैष्णो देवी ने 9 महीने तक तप किया था. हर श्रद्धालु वैष्णो देवी के पिंडी दर्शन के बाद अर्धकुमारी के दर्शन जरूर करता है.
क्या है अर्धकुमारी गुफा की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, मां वैष्णो देवी ने अपने भक्त श्रीधर के यहां कन्या रूप में आकर नवरात्रि पूजन में हिस्सा लिया था. भोजन का आग्रह करने पर जब भैरवनाथ ने मांस और मदिरा मांगी, तब मां वहां से त्रिकुटा पर्वत की ओर चली गईं और गर्भजून नामक गुफा में छिपकर तपस्या की. बाद में भैरवनाथ द्वारा पीछा किए जाने पर मां ने महाकाली रूप धारण कर भैरवनाथ का संहार किया. आज भी उस स्थान पर भैरवनाथ मंदिर स्थित है.
वैष्णो देवी यात्रा को लेकर आम धारणा है कि मां के दरबार में वही पहुंचता है जिसे माता का बुलावा आता है. प्रशासन ने कहा है कि मौसम सामान्य होते ही यात्रा को दोबारा शुरू किया जाएगा. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे फिलहाल यात्रा स्थगित रहने तक यात्रा की योजना न बनाएं और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें.