

सावन का महीना चल रहा है. इस महीने में शिव भक्त कांवड़ लेकर निकलते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं. इस पवित्र माह में मुंगेर के असरगंज कच्ची कांवड़िया पथ पर भक्तों के अलग-अलग रूप देखने को मिला है. कई भक्त अपने परिवार की सुख समृद्धि को लेकर कांवड़ यात्रा करते हैं. जबकि कई भक्त कोई मन्नत पूरी होने पर यात्रा करते हैं. लेकिन असरगंज कच्ची कांवरिया पथ पर एक ऐसा भक्त दिखा, जो देश की सुख-समृद्धि के लिए, इंडियन आर्मी के लिए ऑपरेशन सिंदूर से प्रेरित होकर ब्रह्मोस कांवड़ लेकर चला बाबा बैधनाथ धाम जा रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर वाला कांवड़-
झारखंड के कांवड़िए ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल ब्रह्मोस मिसाइल की कांवड़ लेकर भोलेनाथ के दर्शन के लिए निकले हैं. कांवड़िए भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं. ब्रह्मोस मिसाइल वाला कांवड़ के जत्थे में 51 कांवड़िए हैं. ये कांवड़िए पैदल चल रहे हैं.
33 सालों से कर रहे हैं कांवड़ यात्रा-
झारखंड के टाटानगर के पंकज कुमार मिश्रा ने बताया हमलोग लोग 1992 से कांवड़ यात्रा कर बाबा बैधनाथ धाम जा रहे हैं. इस कांवड़ को बनाने में लगभग एक महीने लगा. पिछले साल हम लोग शिव और पार्वती आकृति का कांवड़ लेकर बाबा धाम गए थे. उन्होंने बताया कि ब्रह्मोस ऑपरेशन सिंदूर आकृति का कांवड़ देश की सेना के लिए समर्पित करते हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंदूर की ताकत दुश्मनों को बता दिया और लड़ाई में दुश्मनों को करारा जवाब दिया. बाबा बैजनाथ से अपने देश की सुख समृद्धि कामना करते हैं. कांवड़ यात्रा में किरण सिंह, पंकज मिश्रा, संतोष कुमार, नीरज पांडे, विनय सिंह, प्रकाश सोनी सहित 51 लोग हैं.
इस आकर्षक कांवड़ को देखने कांवड़िया पथ पर लोगों की भीड़ लग गई, इस अनोखे कांवड़ को गुजरता देख सबकी निगाहें थम जाती हैं. वहीं, भक्त बाबा और भारत माता की जय के नारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं. वहीं, इस कांवड़िया की टोली सुल्तानगंज से गंगाजल भर कर देवघर में बाबा बैजनाथ में जलाभिषेक करेगी.
(गोविंद कुमार की रिपोर्ट)
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