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श्रद्धा हो तो ऐसी...14 साल तक इकट्ठा किए सिक्के, बाद में 1008 सिक्कों से किया भगवान का श्रृंगार

संजय जैन ने 14 साल तक जैन समुदाय का स्वस्तिक वाला 5 रुपये का सिक्का ढूंढ कर उससे भगवान महावीर का श्रृंगार किया. उन्होंने 1008 सिक्के इकट्टा करके भगवान का श्रृंगार किया है.

शख्स ने 14 साल सिक्के इकट्ठा कर किया भगवान का श्रृंगार शख्स ने 14 साल सिक्के इकट्ठा कर किया भगवान का श्रृंगार
हाइलाइट्स
  • 2008 में पहली बार मिला विशेष सिक्का

  • कई सालों से इकट्ठा कर रहा था सिक्का

धर्म चाहे जो भी हो धार्मिक प्रवृत्ति के लोग अपने ईश्वर या धर्म गुरु के लिए आस्था स्वरूप कुछ ना कुछ अनोखा कर जाते हैं. जिसमें चाहे जितना समय लगे या मेहनत, ऐसे लोग हिम्मत नहीं हारते हैं. एक दिन अपने जुनून को एक आकार देकर ही मानते हैं. मप्र के मन्दसौर में ऐसे ही एक शख्स है जिनका नाम संजय चौरड़िया है. कहने को संजय चौरड़िया एक मध्यमवर्गीय व्यापारी है जो बरसों से संघर्ष करते आ रहे हैं. लेकिन हमेशा कुछ नया करने का जुनून रखते हैं.

2008 में पहली बार मिला विशेष सिक्का
2008 में संजय जैन (चौरड़िया) के हाथ में 5 का एक सिक्का आया, जिस पर जैन समुदाय का स्वस्तिक बना हुआ था. सिक्के को पहली बार गौर से देखने पर ही संजय जैन का जुनून जाग गया और उन्होंने उसी पल  तय किया की वो जैन समुदाय के स्वस्तिक वाले 1008 सिक्कों से भगवान महावीर स्वामी जी की तस्वीर का श्रृंगार करेंगे. पहली बार सिक्का हाथ में लेकर संजय ने लक्ष्य तो बना लिया लेकिन उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि जिन विशेष सिक्कों से वे भगवान की तस्वीर का श्रृंगार करना चाहते हैं, वो सिक्के बाज़ार में बहुत मुश्किल से ही देखने को मिलते हैं. 

कई सालों से इकट्ठा कर रहा था सिक्का
लगभग हजारों सिक्को में एक या दो ऐसे विशेष सिक्के ही मिल पाते हैं. वो भी बड़ी मुश्किल से मिलते हैं. संजय जैन ने तय कर ही लिया था कि वे हर हाल में 1008 सिक्कों से महावीर स्वामी की तस्वीर का श्रृंगार करके रहेंगे. संजय प्रतिदिन सबसे पहला स्वस्तिक निशान वाला 5 रु का सिक्का लेकर बाजार में निकल जाते और जगह-जगह लोगों को वो सिक्का दिखा कर उसी के जैसे सिक्कों की मांग करते. शुरुआत में काफी दिक्कतें आई लोगों ने संजय जैन का काफी मजाक भी बनाया लेकिन संजय हारे नहीं और पूरे 14 साल में संजय जैन ने 1008 स्वास्तिक निशान वाले सिक्कों से अपने महावीर भगवान का श्रृंगार करके ही दम लिया. संजय के मुताबिक पूरे देश में जैन स्वस्तिक निशान के इतने सारे सिक्के कहीं नहीं हैं. 

सिक्कों से किया भगवान का श्रृंगार
संजय जैन ने सिक्कों की मदद से जो तस्वीर का श्रृंगार किया है. उसका कुल वजन 35 किलो है, जिसमें फ़्रेम कांच आदि शामिल है. संजय के मुताबिक उनके पूरे परिवार ने इस काम में उनका सहयोग किया है. शुरुआत में तो संजय का मजाक बनाया गया लेकिन धीरे धीरे किसी के पास ऐसे विशेष सिक्के रहते तो वे संजय को बुलाकर उन्हें विशेष सिक्के दे देते थे. संजय जैन मंदसौर के जनकपुरी इलाके में एक फोटो कॉपी शॉप चलाते हैं. 

संजय की बड़ी बेटी ट्विंकल चौरड़िया बताती है कि उनके पापा से उन्हें काफी हिम्मत मिलती है. 14 साल पहले जब वह छोटी थी तो उनके पापा से पूछा करती थी कि इतने सिक्कों का क्या करोगे. तब संजय उसे एक ही बात कहते थे एक दिन आएगा जब सब कुछ समझ आ जाएगा. संजय की दो बेटियां और एक बेटा है जिनके साथ पत्नी ने भी मिलकर संजय के इस सिक्कों के श्रृंगार में काफी मेहनत की है.