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Shri Banke Bihari Corridor: भक्तों के लिए खुशखबरी! वृंदावन में बनने जा रहा है श्री बांके बिहारी कॉरिडोर, श्रद्धालुओं के लिए आसान होगी यात्रा

वृंदावन में जल्द ही भक्तों की यात्रा आसान होगी. वृंदावन में श्री बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. इस कॉरिडोर को बनने में तीन साल लगेंगे. इस कॉरिडोर के निर्माण में कुल लागत 3 हजार करोड़ रुपए की आएगी.

Shri Banke Bihari Corridor Vrindavan (Photo Credit: Getty) Shri Banke Bihari Corridor Vrindavan (Photo Credit: Getty)
हाइलाइट्स
  • वृंदावन में 5 एकड़ में बनेगा बांके बिहारी कॉरिडोर

  • 3 हजार करोड़ की लागत से बनेगा श्री बांके बिहारी कॉरिडोर

वृंदावन जाने वाले भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है. वृंदावन में श्री बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण शुरू होने जा रहा है. इससे भक्तों को दर्शन में आसानी होगी. यह कॉरिडोर करीब पांच एकड़ में फैला होगा. इस कॉरिडोर को तीन साल में पूरा किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट में करीब 3000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.

श्री बांके बिहारी कॉरिडोर में भक्तों के लिए कई नई सुविधाएं होंगी. इसमें चार मंजिला यात्री सुविधा केंद्र, प्रतीक्षा केंद्र, दुकानों और फूड कोर्ट की व्यवस्था भी होगी. इसके अलावा हाईटेक सिक्योरिटी, एक्सेस कंट्रोल, सीसीटीवी, इंटिग्रेटेड कंट्रोल रूम और आपातकालीन निकास सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी.

श्री बांके बिहारी कॉरिडोर के बनने से भक्तों को भगवान के दर्शन करने में काफी आसानी होगी. वृंदावन में जाने वाले यात्रियों को भीड़ से दो-चार होते हैं. भीड़ की वजह से कई बार लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ता है. श्री बांके बिहारी कॉरिडोर के बन जाने के बाद भक्तों को इन परेशानियों से जूझना नहीं पड़ेगा.

श्री बांके बिहारी कॉरिडोर
त्योहारों और धार्मिक उत्सवों के दौरान वृंदावन में उमड़ने वाली भीड़ को मैनेज करना बेहद मुश्किल हो जाता है. श्री बांके बिहारी कॉरिडोर के बन जाने से इस समस्या का समाधान होगा. कॉरिडोर के जरिए भक्त बिना किसी रुकावट या तकलीफ के अपने आराध्य श्री बांके बिहारी के दर्शन कर पाएंगे. 

यमुना के पूर्वी तट पर तीर्थ यात्रियों के लिए नई व्यवस्था तैयार की जाएगी. इसमें 12 हेक्टेयर में अच्छी-खासी बड़ी पार्किंग का निर्माण होगा. इससे वृंदावन को जाम से मुक्ति मिल सकेगी. तीर्थ यात्री पैदल या इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से एलिवेटेड रोड और सिग्नेचर ब्रिज का उपयोग करते हुए श्री बांके बिहारी कॉरिडोर तक आराम से पहुंच सकेंगे.

मथुरा विज़न 2030
मथुरा विज़न 2030 के अंतर्गत वृंदावन क्षेत्र में एनएच 44 को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए सिक्स लेन वृंदावन बाईपास बनाया जा रहा है. इससे तीर्थयात्रियों और उनके वाहनों को मथुरा वृंदावन की घनी आबादी से हटाकर नदी के पूर्वी तट पर व्यवस्थित करने में मदद मिलेगी.

पिछले कुछ सालों में वृंदावन में श्रद्धालुओं की तादाद में बेतहाशा इजाफा हुआ है. हर त्योहार में वृंदावन में अच्छी खासी भीड़ जुटती है. सामान्य दिनों में रोजाना करीब 32 से 60 हजार की संख्या में श्रद्धालु कान्हा की नगरी वृंदावन पहुंचते हैं. श्रद्धालुओं से जुड़ा यह आंकड़ा त्योहार के दौरान 5 लाख के पार पहुंच जाता है. भीड़ की वजह से कई बार वृंदावन में त्योहारों के दौरान कई हादसे भी हुए हैं.

उमड़ रहे विदेशी पर्यटक
उत्तर प्रदेश में आगरा के बाद सबसे अधिक विदेशी मथुरा में आते हैं. ब्रज में आने वाले भारतीय और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए श्री बांके बिहारी सबसे अहम है. कॉरिडोर बनने से लोगों को ज्यादा जगह मिलेगी और भक्त आसानी से दर्शन कर पाएंगे. श्री बांके बिहारी कॉरिडोर करीब पांच एकड़ में फैला होगा. इस कॉरिडोर को तीन साल में पूरा किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट में करीब 3000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.