Lake Powell
Lake Powell
आपने Dead Pool का नाम कई बार सुना होगा. इतना ही नहीं इस नाम पर हॉलीवुड में एक मूवी भी बन चुकी हैं. क्या आप डेड पूल के मतलब जानते हैं, नहीं जानते तो हम यहां इसके बारे में बता रहे हैं. आपको बता दें कि डेड पूल को सीधे तौर पर समझे तो यह तब होता जब किसी जलाशय में पानी का स्तर इतना कम हो जाता है कि वह बांध से नीचे की तरफ नहीं बह सके. इसी डेड पूल की तरफ अमेरिका की दो झीले बढ़ रही हैं. इन झीलों का पानी लगातार काम होता जा रहा है.
अमेरिका की दो सबसे बड़े जलाशय यूटा-एरिजोना बॉर्डर पर ग्लेन कैन्यन बांध के पीछे पॉवेल झील और नेवादा एरिजोना बॉर्डर पर बोल्डर घाटी बांध के पीछे मीड झील है. इन दोनों झीलों से एरिजोना, नेवादा और कैलिफोर्निया में लाखों लोगों को पीने का पानी सप्लाई किया जाता है. इतना ही नहीं इन्ही झीलों से वहां के लोगों को सिंचाई और बिजली बनाने के लिए भी पानी मुहैया करायी जाती है.
ये होता है डेड पूल
डेड पूल के बारे में अधिकतर यह कहा जाता है कि जब किसी बांध में बिजली उत्पन्न करने के लिए पर्याप्त पानी नहीं होता है तो उसे डेड पूल कहते है. जबकि यह पूरी तरह से गलत है. जबकि इस स्थिति को मिनिमम पावर पूल एलिवेशन कहते है. वहीं डेड पूल एक जलाशय में पानी को संदर्भित करता है जिसे बांध के आउटलेट कार्यों के माध्यम से गुरुत्वाकर्षण द्वारा नहीं निकाला जा सकता है। मृत पूल में मौजूद पानी को संरक्षण पूल का हिस्सा नहीं माना जाता है.
वहीं पावेल और मीड झीलों में जलाशयों की सतह के नीचे टरबाइन लगाई गई है. इन टरबाइन के जरिए बिजली बनाई जाती है. इन टरबाइन के ऊपर जितना ज्यादा पानी का स्तर होगा उतनी ही ज्यादा बिजली का उत्पादन होगा. वहीं जब जलाशय में पानी का स्तर मिनिमम पावर पूल एलिवेशन तक पहुंचता है तो बिजली बनना बंद हो जाता है. एक जलाशय में जब पानी का स्तर इतना पहुंच जाता है तो आमतौर पर उसमें काफी पानी बचा होता है. इसके बाद वह जलाशय डेड पूल बनता है और बांध से पानी बहना बंद हो जाता है.