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LAC पर भारतीय सेना को मिलेंगे गैर-घातक हथियार, वज्र, त्रिशूल, ग्लव्स, दंड और भद्र

चीन हमारा एक ऐसा पड़ोसी है जिस पर भरोसा करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. चालाक है, शातिर है, हर वक्त प्रपंच रचता है. हर बार बातचीत के लिए आता है लेकिन फिर कोई ऐसी हरकत कर देता है सारी पुरानी कोशिशें बेकार हो जाती हैं. चीन सीमा पर भारत और चीन की सेना आधुनिक हथियारों से लैस नहीं होती. इसी का फायदा उठाकर चीन ने गलवान में दगाबाजी की थी. चीन के सैनिक कंटीले तार और डंडे लेकर हमारे सैनिकों से टकराए थे. हालांकि हमारे जाबांजों ने उस वक्त भी, इस धोखे का मुंहतोड़ जवाब दिया था. लेकिन अब..... भारत ने LAC पर चीन को उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी कर ली है.

Over a year after the Galwan Valley clash, the Indian security forces have now got a range of non-lethal weapons to give a befitting reply to the Chinese troops. This comes with the aim of keeping the Indian forces fully prepared to tackle the Chinese forces as the military stand-off along the Line of Actual Control (LAC) in eastern Ladakh continues for more than a year. In June last year, China had used non-lethal weapons against Indian troops in the Galwan Valley clash which left 20 Indian soldiers dead and raised tensions between the two powers. An undisclosed number of Chinese soldiers lost their lives in the clash.