गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ सुबह और शाम दोनों पहर किया जा सकता है. अथर्वशीर्ष में सबसे पहले गणपति की स्तुति की गई है. अथर्वशीर्ष में आत्मा रूप में भी गणपति की आराधना की गई है . यूं तो श्री गणेश के हजारों मंत्र, श्लोक और स्तोत्र हैं और सबकी अपनी महिमा है. श्री गणेश के हर मंत्र और स्तोत्र के पाठ से जीवन में पवित्रता और संपन्नता आती है और अथर्वशीर्ष में श्रीगणेश के सगुण रूप की उपासना पर ज्यादा जोर दिया गया है.
In this episode of Prarthna Ho Swikaar, we explain all the important points associated with Ganpati Atharvashirsha Path.