मार्गशीर्ष महीने में श्रीकृष्ण का ध्यान और उपासना का फल अमोघ है. ध्यान में वो शक्ति है जो हमें संसार के सभी कार्य करते हुए, परमात्मा तक पहुंचा देता है. वास्तव में ध्यान, हमें स्वयं को देखने, स्वयं को जांचने और स्वयं को परखने की प्रक्रिया है. आखिर ध्यान करने पर इतना जोर क्यों दिया जाता है. क्यों ध्यान को ईश्वर को पाने का जरिया बताया जाता है... देखिए