हिन्दू धर्म में अग्नि को पवित्र माना गया है और दीपक उसका प्रतीक है, जो ज्ञान का संचार कर अंधकार मिटाता है। शास्त्रों में उल्लेख है कि दीपक जलाने से न केवल देवता प्रसन्न होते हैं बल्कि मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं; जैसा कि एक मान्यता है, "दीपक क्या करता है उसी प्रकार उन देवताओं के सामने प्रस्तुत कर देता है।" विभिन्न धातुओं, तेलों और बत्तियों के दीपकों का प्रयोग अलग-अलग कामनाओं की पूर्ति तथा वास्तु दोष निवारण हेतु किया जाता है।