कान्हा की नगरी होली के रंग में रंग चुकी है. कल लड्डूमार होली का जश्न मना. आज लट्ठमार होली की परंपरा बरसाना में धूमधाम से निभाई जा रही है. आज नंदगांव के हुरयारे लट्ठमार होली खेलने के लिए बरसाना आते हैं. जहां उनका स्वागत रंग गुलाल के साथ लट्ठ से होता है. लट्टमार होली की ये परंपरा 5000 साल पुरानी मानी जाती है. वैसे तो ब्रज बसंत पंचमी के बाद से ही होली के रंग में रंग जाता है, लेकिन बरसाना में असली रंग तब जमता है. जब होलिका दहन से 9 दिन पहले लड्डू होली खेली जाती है और उसके बाद तो मानो बरसाना रंगों से सराबोर होने लगता है. लट्ठमार होली पर बरसाने का रंग देखते बनता है. आपके सामने छह तस्वीरे हैं और ये तस्वीरें बता रही हैं कि कान्हा की नगरी कैसे होली की सदियों पुरानी परंपरा का जश्न मना रही है.
The tradition of Lathmar Holi is celebrated with great pomp in Barsana. The tradition of Latmar Holi is believed to be 5000 years old. Watch the Video To Know More.