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Pink Synthetic Racing Track: खिलाड़ी अच्छे से कर सकेंगे प्रैक्टिस, जयपुर में बनने जा रहा है देश का पहला पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक 

Pink Synthetic Racing Track: खिलाड़ी अब अच्छे से तैयारी कर सकेंगे. जयपुर में देश का पहला पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक बनने जा रहा है. इसके बन जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप भी यहां हो सकेंगी.

देश का पहला पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक देश का पहला पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक
हाइलाइट्स
  • खिलाड़ियों को होगी सहूलियत

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप हो सकेगी

देश का पहला पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक राजस्थान की पिंकसिटी जयपुर में बनने जा रहा है. सवाईमानसिंह स्टेडियम में बनने वाले इस पिंक कलर के ट्रैक के लिए स्विट्जरलैंड से सिंथेटिक मटेरियल मंगवाए गए हैं. इसके लिए पहले स्टेडियम में करीब 15 साल पुराने ट्रैक को उखाड़ने का काम चल रहा है और आने वाले 6 महीनों में पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक तैयार हो जाएगा. इसको लेकर अंतराष्ट्रीय प्लेयर काफी खुश है.

खिलाड़ियों को होगी सहूलियत

अर्जुन अवॉर्डी ओलिंपियन जगसीर सिंह ने बताया कि जितने भी राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट होते है वो सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक पर होते है. ऐसे में ग्रासी रैसिंग ट्रैक पर अभ्यास करने के बाद सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक पर दौड़ते है तो इंजरी का डर बना रहता है. अब जब एसएमएस स्टेडियम में 15 साल पुराने रैसिंग ट्रैक को नया सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक बनाया जा रहा है, जो राजस्थान के ग्रास रूट के अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है. आने वाले दिनों में खिलाड़ी इस पर अच्छे से अभ्यास करेंगे और मेडल जीतेंगे.

अच्छे से कर सकेंगे तैयारी

वहीं इंटरनेशल प्लयेर राकेश भैरा ने बताया कि सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक बहुत मायने रखता है. क्योंकि हाई लेवल पर खेलना है तो सिंथेटिक ट्रैक पर चढ़ना जरूरी है. अगर ग्रास या फिर मिट्टी के रैसिंग ट्रैक पर अभ्यास करते रहेंगे तो चोट लगती रहेगी. वहीं जयपुर के एसएमएस स्टेडियम का लाल रैसिंग ट्रैक भी काफी पुराना हो गया था, जिसकी वजह से कई बार इंजरी भी हुई है. लेकिन अब खुशी है कि देश का पहला सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक पिंकसिटी में बन रहा है.

अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप हो सकेगी

बता दें कि पहले बनने वाले ट्रैक लाल रंग के होते थे और एसएमएस स्टेडियम में भी लाल रैसिंग ट्रैक था, जिस पर एक भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता नहीं हुई थी. लेकिन अब 400 मीटर लाल ट्रैक को समतल करने का काम चल रहा है. आने वाले 6 महीनों में 7 करोड़ रुपए की लागत से पिंक सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक बन जाएगा. इसको लेकर दिल्ली से आई विशेष टीम सिंथेटिक को दोबारा से बिछाकर ट्रैक तैयार करेगी. जिसके बाद सिंथेटिक रैसिंग ट्रैक पर अंतरराष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप हो सकेगी. इसके साथ ही खिलाड़ियों को बैठने की सुविधा भी मिलेगी.

(विशाल शर्मा की रिपोर्ट)