
बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच वर्ल्ड कप 2023 के 38वें मुकाबले के दौरान उस समय एक अजीबोगरीब घटना देखने को मिली जब श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को बिना कोई गेंद खेले अंपायर ने आउट करार दिया. जी हां, ऐसा टाइम आइट नियम के चलते किया गया. आज तक किसी बल्लेबाज को इंटरनेशनल क्रिकेट में इस तरह आउट होकर पवैलियन नहीं लौटना पड़ा था. आइए जानते हैं क्या है नियम और क्या हुआ था एंजेलो मैथ्यूज के साथ?
क्या है टाइम आउट
आईसीसी के नियम 40.1.1 के मुताबिक कोई विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, आने वाले नए बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर अगली बॉल खेलने के लिए तैयार होना चाहिए. यदि नया बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम नहीं होता है, तो उसे आउट करार दिया जाता है. 40.1.2 के मुताबिक, यदि इस निर्धारित समय ( 3 मिनट) में नया बल्लेबाज पिच पर नहीं आता है, तब अंपायर कानून 16.3 की प्रक्रिया अपनाएंगे. इसके परिणाम स्वरूप ऊपर वाले नियम की तरह ही बल्लेबाज को टाइम आउट करार दिया जाएगा. हालांकि यह नियम तब लागू होता है जब बॉलिंग पक्ष इसके लिए अपील करे. यहां एक और बात बताना जरूरी है. ICC के रूल 40.2 के मुताबिक टाइम आउट करार दिए जाने पर बॉलर को विकेट का क्रेडिट नहीं मिलता. माने ये विकेट बॉलर के खाते में नहीं जाता है. जैसा कि रन आउट के केस में होता है. वर्ल्ड कप में टाइम आउट दो मिनट है.
एंजेलो मैथ्यूज के आउट होने की पूरी घटना
श्रीलंकाई पारी के 25वें ओवर में सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज को बल्लेबाजी करने आना था. आमतौर पर बल्लेबाज अपने नंबर से पहले तैयार रहते हैं. मैथ्यूज भी अपनी बैटिंग के लिए तैयार थे और समय रहते मैदान पर आ गए थे. लेकिन क्रीज पर पहुंचने से पहले जब वह अपने हेलमेट का स्ट्रैप टाइट कर रहे थे तो स्ट्रैप टूट गया. इस वजह से मैथ्यूज ने क्रीज पर पहुंचने से पहले ही साथी खिलाड़ी से दूसरा हेलमेट मंगवाया. जब बांग्लादेशी टीम को लगा कि टाइम ज्यादा बर्बाद हो रहा है तो उन्होंने इसकी कंपलेंट अंपायरों से की.
अंपायरों ने शाकिब से पूछा- क्या आप सच में इसकी अपील करना चाहते हैं
अंपायरों ने शाकिब से पूछा कि आप सच में इसकी अपील करना चाहते हैं. शाकिब अल हसन की अपील के बाद अंपायर ने एंजेलो मैथ्यूज को आउट दे दिया. मैथ्यूज ने अपने क्रीज पर नहीं पहुंचने की वजह बताई, लेकिन अंपायरों ने उनकी एक न सुनी और नियमों के चलते उन्हें बिना कोई गेंद खेले ही पवेलियन वापस लौटना पड़ा. एंजेलो मैथ्यूज की गलती ये थी कि वह समय रहते मैदान पर तो उतर गए थे, लेकिन वह क्रीज तक नहीं पहुंचे. यदि वह टूटे हेलमेट के साथ क्रीज पर पहुंच जाते तो उन्हें शायद आउट नहीं दिया जाता.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ये बल्लेबाज हो चुके हैं टाइम आउट के शिकार
1. एंड्रयू जॉर्डन, ईस्टर्न प्रोविस बनाम ट्रांसवाल, पोर्टएलिजाबेथ, 1987-88.
2. हेमूलाल यादव, त्रिपुरा बनाम उड़ीसा, कटक, 1997.
3. वीसी ड्रेक्स, बॉर्डर बनाम फ्री स्टेट, ईस्ट लंदन 2002.
4. एजे हैरिस, नॉटिंघमशायर बनाम डरहम, नॉटिंघम 2003.
5. रयान ऑस्टिन, विंडवर्ड आइलैंड बनाम कम्बाइंड कैम्पस एंड कॉलेज, 2013-14.
6. सी कुंजे, माटाबेलेलैंड टस्कर्स बनाम पर्वतारोही, 2014-18.