Salary कहां हो रही ज्यादा खर्च, किस तरह करें Savings! कही करेगा मदद, तो कहीं खामोश रहेगा AI
एआई अब हमारी पर्सनल ज़िंदगी का एक हिस्सा बन चुका है. ऐसे में एआई हमें यह तक बता सकता है कि हम अपनी सैलरी को किस प्रकार हिस्सों में बांटें. साथ ही वह यह भी ट्रैक कर सकता है कि हम ज्यादा खर्च किन हिस्सों में कर रहें. लेकिन इस सबके बावजूद एआई की कुछ सीमाएं हैं.
एआई लगभग अब हर क्षेत्र में अपने पैर पसार रहा है. फिर चाहे वह वीडियो प्रोडक्शन हो या कंटेंट राइटिंग जैसे काम हो. यहां तक कि चैट जीपीट और जेमिनि जैसे चैटबॉट आपकी पर्सनल ज़िंदगी में भी काफी मदद करते हैं. जैसे बेसिक बेबी केयर टिप्स, फूड रेसिपी आदि. यहां तक एआई आपकी सैलेरी को लेकर भी एक फाइनेंशियल एडवाइज़र का काम कर सकता है.
कैसे बन सकता है फाइनेंशिय एडवाइज़र
एआई के कई ऐसे टूल्स मौजूद हैं जो आपको बताएं कि सैलेरी के कितने हिस्से को खर्च के लिए रखें और कितना फीसज निवेश करें.
निवेश के तौर पर भी बता सकता है कि किस प्रकार से फायदा मिलेगा और क्या रिस्क हैं.
आपको आपके दैनिक या मासिक खर्च को लेकर एक प्लान तैयार करने में मदद करता है.
रिटायरमेंट को लेकर भी बताता हैं कि कैसे रिटायरमेंट प्लान तैयार किया जाए.
सैलेरी को लेकर ईएमआई का एलोकेशन कैसे किया जाए, यह भी बताने में सक्षम है.
दैनिक खर्चों को कर सकता है ट्रैक
एआई के कई ऐसे टूल मौजूद है जिसके आप अपने खर्चों को ट्रैक कर सकते हैं. जिसके बाद महीने के अंत में आपको यह पता लगेगा कि किस जगह आपने फिजूल खर्ची की. साथ ही आपकी सैलेरी का कितना हिस्सा किन-किन खर्चों में गया. जैसे वाई-फाई, लैंडलाइन, ओटीटी, बिजली बिल आदि.