
गोवा के दिहाड़ी मजदूर बिपिन कदम ने अपनी दिव्यांग बेटी के लिए एक ऐसा रोबोट बनाया है जो उनकी बेटी को उसकी आवाज के निर्देश पर खाना खिलाता है. उन्होंने इसका नाम 'मां रोबोट' रखा है.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि बिपिन को न तो विशेष तकनीकी ज्ञान है और न ही उन्होंने इसके लिए किसी से सहयोग लिया है. गोवा स्टेट इनोवेशन काउंसिल ने इस इन्वेंशन के लिए बिपिन की सराहना की है और उन्हें मशीन पर आगे काम करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है.
बेटी के लिए बनाया रोबोट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिपिन की 14 साल की बेटी दिव्यांग है. उसे खाना खाने के लिए भी दूसरो की मदद की जरूरत होती है. दो साल पहले तक बिपिन की पत्नी अपनी बेटी को संभालती थीं. लेकिन पिछले दो साल से वह भी काफी बीमार हैं. ऐसे में, बेटी का ध्यान रख पाना संभव नहीं हो पा रहा था.
इसलिए बिपिन को यह आइडिया आया. उन्होंने एक खास रोबोट बनाया. इस रोबोट में स्थापित एक प्लेट पर खाना रखा जाता है. उकी बेटी रोबोट को निर्देश देती है कि उसे क्या खाना है, जैसे सब्जियां, दाल-चावल का मिश्रण या कुछ और.
बिपिन की 14 साल की बेटी दिव्यांग है
क़रीब एक साल पहले कदम ने ऐसे रोबोट की तलाश शुरू की जो उनकी बेटी खाना खिला सके. लेकिन ऐसा कोई रोबोट कहीं उपलब्ध नहीं था. इसलिए, कदम ने अपना रोबोट बनाने का फैसला किया। इसके लिए कदम ने ऑनलाइन माध्यमों से सॉफ्टवेयर की मूल बातें सीखीं.
कदम का कहना कि उन्होंने बिना रुके दिन में 12-12 घंटे काम किया. उन्होंने अपना बाकी समय शोध करने और रोबोट बनाने का तरीका सीखने में बिताया. चार महीने तक लगातार शोध किया और फिर इस रोबोट को डिजाइन किया. बिपिन इस रोबोट के जरिए और लोगों की मदद करना चाहते हैं.