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IndiaAI Mission: जानिए कैसे स्वदेशी AI मॉडल पर काम कर रही है सरकार, सेटअप की जाएगी 10 लैब्स

सरकार ने देश की भाषाओं और डेटासेट के आधार पर घरेलू या स्वदेशी एआई मॉडल विकसित करने के लिए India Artificial Intelligence Mission को मंजूरी दी है.

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भारत सरकार ने पिछले हफ्ते राष्ट्रीय स्तर के भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मिशन के लिए 10,371 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी, और अब India AI Mission के तहत स्वदेशी एआई फाउंडेशनल मॉडल विकसित करने की योजना बना रही है. ये मॉडल देश की विभिन्न भाषाओं और डेटासेट पर आधारित होने की उम्मीद है. 

तिरुवनंतपुरम में एक संवाददाता सम्मेलन में मीडिया से बात करते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “हम अपने स्वयं के भारतीय मूलभूत मॉडल विकसित करेंगे. दुनिया चैटजीपीटी के बारे में बात कर रही है. हमारी अपनी भाषाओं और भारतीय डेटासेट के आधार पर, हम उम्मीद करते हैं कि IndiaAI मिशन के परिणामस्वरूप, हमारे पास भारत में डिज़ाइन किए गए और भारत में निर्मित AI मॉडल और फाउंडेशनल मॉडल होंगे." 

स्टार्सअप्स को मिलेगी 2,000 करोड़ की फंडिंग
चंद्रशेखर ने यह भी बताया कि IndiaAI पहल के हिस्से के रूप में, स्टार्टअप्स को फंड करने के लिए लगभग 2,000 करोड़ रुपये अलग रखे जाएंगे. उनका कहना है कि यह पूरे देश में युवा भारतीयों के स्टार्टअप में निवेश के लिए इस्तेमाल होगा. IndiaAI Mission का उपयोग देश के लिए कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, मल्टी-मॉडल LLM के लिए एआई सेंटर, 10,000 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट और बहुत कुछ बनाने के लिए किया जाएगा. 

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इस उन्नत कंप्यूटिंग बुनियादी ढांचे का उपयोग स्टार्टअप और उद्यमियों कर सकते हैं जो एआई इकोसिस्टम में काम कर रहे हैं. चन्द्रशेखर ने कहा कि AI कंप्यूटर या AI डेटा सेंटर एआई मॉडल को ट्रेनिंग करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है और पश्चिम के कुछ देशों ने AI मॉडल बनाए हैं, उनका एक फायदा यह है कि उनके पास इस तरह के बुनियादी ढांचे तक पहुंच है. और डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण के हिस्से के रूप में, इंडियाएआई इस एआई कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करेगा. 

सेट-अप की जाएंगी 10 AI Labs 
सरकार IndiaAI प्रोग्राम के तहत इंडिया डेटासेट्स प्लेटफॉर्म विकसित करने की भी योजना बना रही है. इस प्लेटफॉर्म से कंपनियों को नॉन-पर्सनल डेटा उपलब्ध कराने की उम्मीद है. चन्द्रशेखर ने बताया, “हमने पहले ही एक डेटा प्रॉटेक्शन लॉ पारित कर दिया है और इसलिए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए, डेटासेट रॉ मेटेरियल है और इसलिए, एक नॉन-पर्सनल डेटा कलेक्शन प्लेटफॉर्म होगा जो सिर्फ भारतीय स्टार्टअप और कंपनियों के लिए उपलब्ध होगा, विदेशी कंपनियों के लिए नहीं. 

उन्होंने यह भी घोषणा की कि केरल के तिरुवनंतपुरम में 10 कॉलेजों में 10 AI लैब्स स्थापित की जाएंगी. AI लैब्स वाले इन 10 कॉलेजों को हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और स्किलिंग प्रोग्राम्स से युक्त इंफ्रास्ट्रक्चर दिया जाएगा. ये एआई लैब्स तिरुवनंतपुरम में ग्लोबल टेक कंपनियों के सहयोग से स्थापित की जाएंगी.