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Cyber Fraud रोकने के लिए TRAI की कोशिश, अनजान कॉल आने पर दिखेगा कॉलर का नाम भी

TRAI जल्द ही ऐसा सिस्टम लाने वाला है जिससे अनजान नंबर से कॉल आने पर आपको फोन करने वाले का नाम भी स्क्रीन पर दिखेगा.

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हाइलाइट्स
  • साइबर फ्रॉड को रोकना है मकसद 

  • सब्सक्रिप्शन मॉडल अपना सकती हैं कंपनियां

किसी अनजान नंबर से आपको कॉल आती है तो आपके मोबाइल स्क्रीन पर सिर्फ नंबर दिखाई पड़ता है. जिससे आप सोच में पड़ जाते हैं कि यह फोन उठाएं या नहीं. क्योंकि कॉल करने वाले की पहचान नहीं हो पाती है. लेकिन अब जल्द ही आपको नंबर के साथ-साथ कॉल करने वाले का नाम भी आपके मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगा. 

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई इसी हफ्ते कॉलिंग नेम पर अपनी सिफारिशें जारी कर सकता है. टेलीकॉम रेगुलेटरी बॉडी ने पिछले साल नवंबर में इस संदर्भ में एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था और सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ इस मामले पर विस्तृत चर्चा भी की थी. जिसमें टेलीकॉम कंपनियां भी शामिल थीं. 
   
साइबर फ्रॉड को रोकना है मकसद 
इस मुहिम के पीछे ट्राई का मकसद है साइबर फ्रॉड जैसे मामलों पर रोक लगाना. आए दिन आप ऐसी खबरें पढ़ते हैं जिनमें अनचाहे और अनजाने मोबाइल नंबर से साइबर फ्रॉड जैसी घटनाओं का जिक्र होता है. हालांकि, ट्राई की सिफारिशें अगर लागू हो जाती हैं तो आप अपने मोबाइल फोन पर कॉल करने वाले का नाम देख सकेंगे और ऐसे में कॉल रिसीव करने वाला यह तय करेगा उसे फोन कॉल उठाना है या नहीं.

इतना ही नहीं यह सिफारिशें लागू होने के बाद, टेलीमार्केटिंग कंपनियों के भी नाम दिखाई देंगे जो क्रेडिट कार्ड से लेकर के सिम कार्ड और लोन बांटने के लिए ग्राहकों को समय या असमय कॉल करते रहते हैं. 

सब्सक्रिप्शन मॉडल अपना सकती हैं कंपनियां
सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियां इन सिफारिशों के लागू होने के बाद सब्सक्रिप्शन मॉडल भी अपना सकती हैं. हालांकि आज भी अनचाहे नंबर से कॉल करने वाले का नाम जानने की सुविधाएं मौजूद है लेकिन उसके लिए आपको ट्रूकॉलर या दूसरे एप्लीकेशन का इस्तेमाल करना पड़ता है. लेकिन कई बार यह डेटाबेस पूरी तरह से सही नहीं पाया जाता है. 

हालांकि, नई व्यवस्था में उपभोक्ता के आवेदन फॉर्म पर दिए गए नाम की जानकारी मिलेगी. जिस नाम से किसी ने अपना फोन नंबर रजिस्टर कराया है वह नाम आपके मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देगा. इससे जाहिर है कि जिन मोबाइल नंबरों के नाम मोबाइल स्क्रीन पर नहीं दिखेंगे ग्राहकों को यह समझने में आसानी होगी कि यह कॉल साइबर फ्रॉड के लिए या टेलीमार्केटिंग कंपनियों द्वारा किया गया है. साथ ही अनचाहे कॉल से छुटकारा भी पा सकते हैं और यह समझना आसान होगा कि फोन करने वाला कौन है.