कौन हैं Yash Kumar, जो कर रहे ChatGPT Agent तैयार, अब केवल देनी होगी कमांड और काम होंगे ऑटोमैटिकली.. क्या है खास एजेंट में
ओपन एआई का चैजीपीटी अब एजेंट लाएगा, जो कि यूजर के दिए हुए डिजिटल टास्क को ऑटोमैटिकली कर देगा. लेकिन इसके लिए उसे पहले यूजर से पर्मिशन लेनी होगी. इससे यूजर का समय काफी हद तक बचेगा. खास बात है कि इस प्रोजेक्ट को लीड करने वाले एक भारतीय हैं.
ओपन एआई ने नई घोषणा कर सुर्खियां बटोरनी शुरु कर दी हैं. ओपन एआई चैट जीपीटी एजेंट के साथ तकनीक की मार्केट में उतर रहा है. चैट जीपीटी एजेंट एक तरह का टूल है, जो यूजर्स की काफी हज तक मदद करेगा. बता दें कि यह एजेंट एक तरीके से वर्चुअल कंप्यूटर की तरह काम करेगा, जो डिजिटल टास्क को खुद ऑटोमैटिकली रन करेगा. इसमें सबसे खास बात है कि इस प्रोजेक्ट को लीड करने वाले शख्स यश कुमार होंगे. वह ओपन एआई में टेक्निकल स्टाफ और प्रोडक्ट लीड के मेंबर हैं. साथ ही 'द वर्ज' के साथ एक ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने इस टूल की खासियत बताई थीं.
कौन हैं यश कुमार?
यश कुमार, IIIT हैदराबाद (भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक) के पूर्व छात्र हैं.
उन्होंने नवंबर 2023 में ओपन एआई जॉइन किया.
वह वर्तमान में ओपन एआई के सैन फ्रांसिस्को में कार्यरत हैं.
यश कुमार एआई टूल के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
उन्होंने गूगल में लगभग 8 वर्षों तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्य किया हैं.
इसके बाद उन्होंने दूरदर्शन में भी काम किया.
गूगल और दूरदर्शन के बाद, उन्होंने सैम ऑल्टमैन की कंपनी ओपन एआई को जॉइन किया.
डेवलपमेंट टीम हार्ड टास्क को यूजर के लिए आसान बनाने का काम कर रही है.
टूल डिजिटल टास्क को ऑटोमैटिकली रन करेगा, लेकिन यूजर उसपर जरूरी निगरानी रख सकेगा.
सिस्टम किसी भी एक्शन को करने से पहले यूजर की इजाज़त लेगा.
Frequently Asked Question (FAQs)
चैट जीपीटी एजेंट क्या है : यह ओपन एआई का ऐसा टूल है जो वर्चुअल कंप्यूटर की तरह काम करेगा. यानी कंप्यूटर पर होने वाले कई काम यह खुद कर देगा. जिसके लिए यह वर्चुअल ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगा न केवल वेब ब्राउज़र का.
किस तरह के टास्क एजेंट से करने में सक्षम होगा : यह कैलेंडर को मैनेज करने के लेकर मीटिंग का सारांश देना, यहां तक कि खास मील प्लान तैयार कर सकता है. इसके अलावा भी कई डिजिटल टास्क को यह कर पाएगा.
चैट जीपीटी एजेंट के डेवपलमेंट को कौन देख रहा है : ओपन एआई के टेक्निकल स्टाफ और प्रोडक्ट लीड मेंबर यश कुमार इसको देख रहे हैं. वह इसका डेवपलमेंट सैन फ्रांसिस्को के हैडक्वार्टर से कर रहे हैं.
क्या यह एजेंट सेफ है : इन एजेंट में खास सेफ्टी फीचर इस्तेमाल किए जा रहे हैं. शुरुआती दौर में इन फीचर का इस्तेमाल बायोलॉजिकल और केमिकल से जुड़ी चीज़ों के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए था.
क्या एजेंट सबकुछ अपनी मर्जी से करेगा : बिलकुल नहीं. यह किसी भी काम को लाइन अप करने से पहले यूजर की इजाज़त लेगा, उसके बाद सिस्टम की मदद से उन टास्क को ऑटोमेट कर दिया जाएगा.