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Ayman al-Zawahiri के मारे जाने के बाद Saif al-Adel को सौंपी जा सकती है Al-Qaeda की कमान, जानिए क्यों 29 साल से America कर रहा है उसकी तलाश

अलकायदा का सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया है. अमेरिका ने ड्रोन हमले में उसे मार गिराया है. अब अलकायदा का कमान सैफ अल आदेल को सौंपी जा सकती है. 29 सालों से अमेरिका आदेल की तलाश कर रहा है.

सैफ अल आदेल को सौंपी जा सकती है अलकायदा की कमान सैफ अल आदेल को सौंपी जा सकती है अलकायदा की कमान
हाइलाइट्स
  • सैफ अल आदेल को सौंपी जा सकती है अलकायदा की कमान

  • ओसामा बिन लादेन का सुरक्षा प्रमुख रह चुका है आदेल

अमेरिका ने काबुल में अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया. अमेरिका में ओसामा बिन लादेन के साथ अल जवाहिरी ने 9/11 हमले की साजिश में रची थी. जवाहिरी के मारे जाने से अलकायदा को बड़ा झटका लगा है. अल जवाहिरी ओसामा बिन लादेन के मारे जाने से बाद से अल कायद की अगुवाई कर रहा था. अब सवाल उठ रहा है कि अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद अलकायदा का क्या होगा. इस आतंकी संगठन की कमान कौन संभालेगा. इसमें सैफ अल आदेल का नाम सबसे आगे है. आदेल अलकायदा का संस्थापक सदस्य है.

कर्नल से आतंकी बनने तक की कहानी-
1960 के दशक में सैफ अल आदेल का जन्म मिस्त्र में हुआ था. आदेल का असली नाम मोहम्मद सलाह अल दीन जैदान है. आदेल मिस्त्र की सेना में कर्नल रह चुका है. लेकिन 1980 के दशक में आतंकी संगठन मकतब अल खिदमत में शामिल हो गया. इसी दौरान उसकी मुलाकात लादेन और अल जवाहिरी से हुई. इसके बाद आदेल एक दूसरे आतंकी संगठन मिस्त्र इस्लामी जिहाद में शामिल हो गया. इसी दौरान साल 1988 में मिस्त्र के राष्ट्रपति अनवर अल सदात की हत्या हो गई. उसके बाद आदेल मिस्त्र छोड़कर अफगानिस्तान चला गया. आदेल ने अफगानिस्तान में सोवियत सेना के खिलाफ मोर्चा संभाला. लेकिन आदेल ज्यादा दिन तक अफगानिस्तान में भी नहीं रह सका और वो लेबनान चला गया. 
लेबनान में कर्नल आदेल को अपने पसंद का काम मिल गया. वो आतंकियों को ट्रेनिंग देने लगा. आदेल खाली खेतों में आतंकियों को विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग देने लगा. वो अलकायदा के मजलिस ए शूरा और मिलिट्री कमेटी का सदस्य बन गया. इसके बाद आदेल अफगानिस्तान, सूडान, पाकिस्तान और सोमालिया में आतंकियों को ट्रेनिंग दी.

29 साल से आदेल को खोज रहा अमेरिका-
वो साल 1993 का था और तारीख 4 अक्टूबर थी. सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में अमेरिकी सेना और आतंकियों में मुठभेड़ हुई. लेकिन इस हमले में आतंकी भारी पड़ गए. आतंकियों ने अमेरिकी सेना का 2 ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर मारकर गिरा दिया. इस हमले में 18 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. इस हमले में आदेल का नाम सामने आया. आदेल को इस हमले का मास्टरमाइंड माना गया. सैफ आदेल ने ही विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग दी थी. इतना ही नहीं, इसके बाद अमेरिका के खिलाफ हमलों में लगातार आदेल का नाम सामने आने लगा. 7 अगस्त 1998 को के नैरोबी में अमेरिकी दूतावास के सामने सिलसिलेवार धमाकों में 12 अमेरिकियों के साथ 224 लोगों की मौत हुई थी. इस घटना को भी आदेल ने ही अंजाम दिया था. इसके बाद से आज तक अमेरिका आदेल को खोज रहा है. लेकिन आदेल का कोई अता पता नहीं है.

ओसामा का सुरक्षा प्रमुख था आदेल-
सैफ अल आदेल ओसामा बिन लादेन का सुरक्षा प्रमुख भी रह चुका है. 2001 से आदेल अमेरिका के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में है. उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम है. कहा जाता है कि सैफ आदेल ने 9/11 हमले से ओसामा बिन लादेन को मना किया था.

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