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पहले लाखों मक्खियों को पालेगा फिर उन्हें प्लेन से नीचे फेंक देगा, मक्खियों से मक्खियों को लड़ाएगा अमेरिका, लेकिन क्यों?

न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म का खतरा न सिर्फ पशुधन उद्योग, बल्कि इंसानों और पर्यावरण के लिए भी चिंता का विषय है. अमेरिका का 'मक्खी से मक्खी मारने' का प्लान अनोखा और वैज्ञानिक है, लेकिन इसका असर देखने के लिए हमें इंतजार करना होगा.

मक्खियों से मक्खियों को लड़ाना मक्खियों से मक्खियों को लड़ाना

क्या आपने सुना कि मक्खियां अब आसमान से बरसेंगी? यह कोई डरावनी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि अमेरिका का अनोखा प्लान है, जिससे वह मांस खाने वाली खतरनाक मक्खियों (न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म) से अपनी पशुधन इंडस्ट्री को बचाने की कोशिश कर रहा है!

ये मक्खियां, जिनका वैज्ञानिक नाम कोक्लियोमिया होमिनिवोरैक्स है, जिंदा जानवरों के घावों में अंडे देती हैं, और उनके लार्वा मांस खाकर जानवरों को मार डालते हैं. 2023 से मध्य अमेरिका में इनका कहर बढ़ता जा रहा है, और अब ये मेक्सिको के दक्षिणी हिस्से तक पहुंच चुकी हैं. इससे अमेरिका में हड़कंप मच गया है, और उसने एक अनोखी स्ट्रेटेजी बनाई है- मक्खियों से मक्खियों को मारने की! लेकिन यह सब कैसे होगा? 

न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म कोई साधारण मक्खी नहीं है. ये एक नीले-हरे रंग की चमकदार मक्खी (कोक्लियोमिया होमिनिवोरैक्स) है, जिसके लार्वा जिंदा जानवरों के मांस को खाते हैं. 

ये किसे नुकसान पहुंचाती हैं?
टेक्सास A&M यूनिवर्सिटी के कीट विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. फिलिप कौफमैन बताते हैं कि ये मक्खियां गाय, घोड़े, पालतू जानवरों और कभी-कभी इंसानों के घावों में 200-300 अंडे देती हैं. 12-24 घंटों में ये अंडे लार्वा में बदल जाते हैं, जो जानवरों के मांस को खाकर घाव को और बड़ा कर देते हैं. अगर इसका इलाज न किया जाए, तो ये एक-दो हफ्तों में जानवर को मार सकते हैं. 2023 से अब तक मध्य अमेरिका और मेक्सिको में 90,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 83% गायें प्रभावित हुई हैं. यह पशुपालकों के लिए बड़ा खतरा है, क्योंकि इससे उनकी आजीविका दांव पर लग सकती है.

क्या इससे पहले कहीं बरपा है इनका कहर?
2023 की शुरुआत में पनामा में न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म का प्रकोप शुरू हुआ, जो 20 साल बाद इस क्षेत्र में फिर से उभरा. इसके बाद यह कोस्टा रिका, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला, बेलीज और अल सल्वाडोर तक फैल गया. नवंबर 2024 में यह मेक्सिको के दक्षिणी हिस्से तक पहुंचा, जो अमेरिकी सीमा से सिर्फ 700 मील दूर है. इससे अमेरिकी कृषि और पशुपालन उद्योग में डर का माहौल है. 

इनसे कितना नुकसान हो सकता है?
अमेरिका ने मेक्सिको से गाय, घोड़े और बाइसन के आयात पर रोक लगा दी, क्योंकि ये मक्खियां पशुओं के साथ आसानी से फैल सकती हैं. टेक्सास, जहां 12 मिलियन गायों का पशुधन उद्योग 15 बिलियन डॉलर का है, इस खतरे से सबसे ज्यादा चिंतित है. अगर ये मक्खियां अमेरिका पहुंचीं, तो अनुमान है कि यह 10 बिलियन डॉलर का नुकसान कर सकती हैं.

मक्खियों से मक्खियों को मारा जाएगा? 
अमेरिका ने इस खतरे से निपटने के लिए एक गजब का तरीका अपनाया है- मक्खियों से मक्खियों को मारना! यह कोई जादू नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक तकनीक है, जिसे स्टेराइल इंसेक्ट टेक्नीक (SIT) कहते हैं. इस तकनीक में नर मक्खियों को रेडिएशन से बांझ बनाया जाता है, ताकि वे मादा मक्खियों के साथ मिलन करें, लेकिन उनके अंडे बेकार रहें.

चूंकि मादा स्क्रूवर्म अपने 20 दिन के जीवन में सिर्फ एक बार मिलन करती है, इसलिए बांझ नर मक्खियों से मिलन के बाद उनकी आबादी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है. इस तरीके ने 1960 और 1970 के दशक में अमेरिका से स्क्रूवर्म को खत्म करने में कामयाबी हासिल की थी. 2017 में फ्लोरिडा कीज में भी एक छोटे प्रकोप को इसी तरह रोका गया.

कैसे काम करती है मक्खी छोड़ने की प्रक्रिया?
आप सोच रहे होंगे कि आसमान से मक्खियां कैसे छोड़ी जाती हैं? यह कोई साधारण काम नहीं है! बांझ नर मक्खियों को विशेष तापमान-नियंत्रित कंटेनरों में रखा जाता है और हवाई जहाजों से ग्रामीण इलाकों में छोड़ा जाता है. ये मक्खियां शहरों में नहीं, बल्कि उन इलाकों में छोड़ी जाती हैं जहां पशुधन और जंगली जानवर ज्यादा हैं. USDA का कहना है कि रेडिएशन से बांझ की गई मक्खियां इंसानों या जानवरों के लिए खतरनाक नहीं हैं. यह तकनीक इसलिए कामयाब है, क्योंकि स्क्रूवर्म की मादा मक्खियां सिर्फ एक बार मिलन करती हैं, और बांझ नर से मिलन के बाद उनकी आबादी बढ़ नहीं पाती.

किन्हें निशाना बनाती हैं ये मक्खियां? 
सीएनएन की रिपोर्ट की मानें, तो न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म गाय, घोड़े, हिरण, पक्षी और यहां तक कि पालतू जानवरों को भी निशाना बनाते हैं. टेक्सास के पशुपालक स्टीफन डिएबल, जो टेक्सास एंड साउथवेस्टर्न कैटल रेजर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं, कहते हैं कि पशुओं की रोजाना जांच करना जरूरी है. अगर घाव में लार्वा या अंडे दिखें, तो तुरंत सफाई, एंटीसेप्टिक और पट्टी करनी चाहिए. बिना इलाज के ये मक्खियां एक-दो हफ्तों में जानवर को मार सकती हैं. गर्मियों में पशुओं पर ब्रांडिंग, टैगिंग या अन्य प्रक्रियाएं करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये घाव मक्खियों के लिए आसान निशाना बनते हैं.

न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म का खतरा न सिर्फ पशुधन उद्योग, बल्कि इंसानों और पर्यावरण के लिए भी चिंता का विषय है. अमेरिका का 'मक्खी से मक्खी मारने' का प्लान अनोखा और वैज्ञानिक है, लेकिन इसका असर देखने के लिए हमें इंतजार करना होगा. अगर यह कामयाब रहा, तो यह पशुपालकों के लिए बड़ी राहत होगी. लेकिन अगर यह नाकाम रहा, तो अमेरिका का 10 बिलियन डॉलर का पशुधन उद्योग खतरे में पड़ सकता है.