अमेरिका न्यूक्लियर एनर्जी का सबसे बड़ा उत्पादक है. हालांकि, किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने अमेरिका को सीधी चुनौती दे दी है. उत्तर कोरिया (north Korea) के लीडर किम जोंग उन ने कहा है कि उनका लक्ष्य दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्ति हासिल करना है. किम जोंग के अनुसार, उत्तर कोरिया और उसके लोगों की रक्षा के लिए एक परमाणु बल का निर्माण करना उनका लक्ष्य है. किम ने शनिवार को मीडिया के सामने टिप्पणी देते हुए कहा कि उनका लक्ष्य सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्ति वाला देश बनना है और वे इसके लिए कदम बढ़ा चुके हैं.
‘ह्वासोंग-17 है दुनिया का सबसे मजबूत रणनीतिक हथियार’
दरअसल, शनिवार को ह्वासोंग-17 (Hwasong-17) जो एक नए प्रकार की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, के हालिया परीक्षण में शामिल दर्जनों अधिकारियों को प्रमोट किया है. किम जोंग उन के मुताबिक, ह्वासोंग-17 दुनिया का सबसे मजबूत रणनीतिक हथियार है. किम ने कहा, उत्तर कोरिया के वैज्ञानिकों ने बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु हथियार बनाने की तकनीक के विकास में एक अद्भुत छलांग लगाई है. बताते चलें, कि मौजूदा समय में 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं. इसमें अमेरीका, रूस, फ्रांस, चीन, ब्रिटेन, पाकिस्तान, भारत, इजराइल और नॉर्थ कोरिया शामिल हैं.
ह्वासोंग -17 मिसाइल का परीक्षण
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, उत्तर कोरिया की सुप्रीम पीपुल्स असेंबली की स्टैंडिंग कमेटी ने ह्वासोंग -17 मिसाइल को ‘DPRK हीरो और गोल्ड स्टार मेडल और ऑर्डर ऑफ नेशनल फ्लैग फर्स्ट क्लास’ की उपाधि से सम्मानित किया है. हालांकि, इसके बाद अमेरिका ने ह्वासोंग-17 के लॉन्च के बाद उत्तर कोरिया को उसके मिसाइल परीक्षणों के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान की मांग की गई है.
कोरिया की अंतरराष्ट्रीय आलोचना भी हुई थी
अमेरीका के प्रस्तावों ने उत्तरी कोरिया को आईसीबीएम और अन्य बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करने से रोक दिया है. कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थिति वर्तमान में काफी तनावपूर्ण है. परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया ने पिछले कुछ हफ्तों में कई मिसाइल परीक्षण किए हैं. हालांकि, इस महीने की शुरुआत में ICBM के हालिया लॉन्च की अंतरराष्ट्रीय आलोचना भी हुई थी.