
वाशिंगटन डीसी से लेकर दोहा तक, एक खबर ने सनसनी मचा दी है! अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जो अपने बेबाक अंदाज और विवादों से कभी पीछे नहीं हटते, अब कतर की शाही खानदान से 400 मिलियन डॉलर का बोइंग 747 जेट तोहफे में लेने की तैयारी में हैं.
ये वही जेट है, जिसे ‘एयर फोर्स वन’ के तौर पर इस्तेमाल करने की बात हो रही है. लेकिन रुकिए! ये तोहफा इतना आसान नहीं है, जितना दिखता है. अमेरिकी संविधान, नैतिकता के सवाल, और सुरक्षा की चिंताएं- सब कुछ दांव पर है.
ट्रम्प का नया ‘एयर फोर्स वन’?
सोचिए, एक चमचमाता बोइंग 747, जिसकी कीमत 400 मिलियन डॉलर (लगभग 33,000 करोड़ रुपये) है, आपको तोहफे में मिले. आप क्या करेंगे? शायद खुशी से झूम उठें! लेकिन अगर आप अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, तो बात इतनी आसान नहीं. डोनाल्ड ट्रम्प, जो अपनी दूसरी पारी में व्हाइट हाउस में काबिज हैं, इस तोहफे को लेकर उत्साहित हैं. सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा, “मैं बेवकूफ नहीं हूं कि मुफ्त का जेट ठुकरा दूं. हम दूसरों को मुफ्त में चीजें देते हैं, तो हम भी एक ले सकते हैं!”
ट्रम्प का तर्क है कि ये जेट तब तक इस्तेमाल होगा, जब तक नए ‘एयर फोर्स वन’ जेट्स तैयार नहीं हो जाते. और बाद में? ये शाही जेट ट्रम्प की प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में सजाया जाएगा. लेकिन इस ‘मुफ्त’ तोहफे की कीमत क्या है?
संविधान की दीवार
अमेरिकी संविधान का एमॉल्यूमेंट्स क्लॉज साफ कहता है, “कोई भी राष्ट्रपति या सरकारी अधिकारी बिना कांग्रेस की अनुमति के किसी विदेशी सरकार, राजा, या शासक से कोई तोहफा, उपाधि, या लाभ स्वीकार नहीं कर सकता.”
1839 में राष्ट्रपति मार्टिन वैन ब्यूरेन को मोरक्को के सुल्तान ने दो जीवित शेर तोहफे में दिए थे. ओमान के सुल्तान ने घोड़े, मोती, और कीमती चीजें भेजी थीं. वैन ब्यूरेन ने संविधान का पालन किया, कांग्रेस से पूछा, और आखिरकार शेरों को चिड़ियाघर भेजा गया, घोड़ों को बेच दिया गया, और मोती स्मिथसोनियन म्यूजियम में रखे गए.
हालांकि, ट्रम्प का कहना है कि अगर कतर ये जेट पेंटागन को देता है, तो शायद ये संविधान के नियमों से बच सकता है. वे कहते हैं, “अगर हम डिफेंस डिपार्टमेंट को 747 का कॉन्ट्रिब्यूशन ले सकते हैं, तो ये बहुत अच्छा जेस्चर होगा”. लेकिन क्या ये इतना आसान है? बिल्कुल नहीं!
नैतिकता पर सवाल
जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल की प्रोफेसर जेसिका टिलिपमैन ने CNN पर कहा, “ट्रम्प का अपने निजी कारोबार और प्रेसिडेंसी का घालमेल चिंता पैदा करता है. यही वजह है कि पिछले राष्ट्रपतियों ने अपने बिजनेस को ब्लाइंड ट्रस्ट में डाला या बेच दिया.” ट्रम्प के बेटे एरिक ट्रम्प मिडिल ईस्ट में ट्रम्प ब्रांड को फैला रहे हैं. कतर में ट्रम्प-ब्रांडेड गोल्फ कोर्स खुल रहा है, सऊदी अरब में ट्रम्प के नाम से गगनचुंबी इमारतें बन रही हैं, और UAE ने ट्रम्प की कंपनी के क्रिप्टो सिस्टम से 2 बिलियन डॉलर का सौदा किया है.
दोनों पार्टियों की आलोचना
हालांकि, इस तोहफे पर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स, दोनों ने नाराजगी जताई है. पूर्व रिपब्लिकन हाउस स्पीकर केविन मैकार्थी कहते हैं, “मुझे लगता है कि अमेरिका अपने खुद के जेट बना सकता है. हमें विदेशी दान की जरूरत नहीं.” डेमोक्रेट्स ने तो और तीखा हमला बोला. न्यूयॉर्क के सांसद डैन गोल्डमैन ने CNN पर कहा, “ये ट्रम्प की भ्रष्ट प्रेसिडेंसी का ताजा उदाहरण है. वो राष्ट्रपति पद का इस्तेमाल निजी फायदे के लिए कर रहे हैं. हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि राष्ट्रपति सिर्फ अमेरिका के हित में काम करे, न कि किसी विदेशी देश के लिए.”