
Shivaji Park Election Rallies: मुंबई (Mumbai) के दादर स्थित शिवाजी पार्क (Shivaji Park) की लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) से पहले मांग काफी बढ़ गई है. राजनीतिक दलों में यहां रैली करने के लिए होड़ मची हुई है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP), सत्तारूढ़ शिव सेना (एकनाथ गुट), एनसीपी (अजित गुट), उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने इस मैदान को बुक करने के लिए बीएमसी (BMC) में आवेदन (Application) दिया है. आइए जानते हैं आखिर क्या है इस मैदान का इतिहास और क्यों पार्टियां यहां चुनावी रैली करना चाह रही हैं?
क्या है शिवाजी पार्क का इतिहास
शिवाजी पार्क का निर्माण साल 1925 में किया गया था. इस पार्क को पहले माहिम पार्क के नाम से जाना जाता था. 10 मई 1927 को इसका नाम बदल कर शिवाजी पार्क रखा गया.इस पार्क को अब छत्रपति शिवाजी पार्क के रूप में जाना जाता है. यह पार्क देश की आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानियों की सभा का स्थान हुआ करता था. 1947 में आजादी के बाद से शिवाजी पार्क संयुक्त महाराष्ट्र चलवल (एक समेकित महाराष्ट्र के लिए संघर्ष) का केंद्र बिंदु रहा है, जिसके कारण 1960 में वर्तमान महाराष्ट्र राज्य का गठन हुआ.
साल 1966 में इस मैदान में शिवाजी की प्रतिमा स्थापित की गई. यह पार्क शिवसेना की दशहरा रैली के अलावा कई राजनीतिक रैलियों का गवाह रहा है. इस मैदान से बाला साहेब ठाकरे से लेकर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाता रहा है. सचिन ने इसी मैदान से क्रिकेट खेलते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक का सफर पूरा किया है. मुरली मनोहर जोशी ने 1995 में सीएम के तौर पर यहीं शपथ ली थी. उद्धव ठाकरे ने 2019 में मुख्यमंत्री पद की शपथ शिवाजी पार्क में ही ली थी.
सुनाई देती है सियासी संदेश की गूंज
आजादी से पहले भी शिवाजी पार्क स्वतंत्रता सेनानी जुटते थे. वे यहां पर अंग्रेजों के खिलाफ अपनी रणनीति बनाते थे. यह पार्क हमारे देश के प्रमुख चुनावी मैदानों में से एक है. ऐसा कहा जाता है कि शिवाजी पार्क से दिए जाने वाले सियासी संदेश की गूंज पूरे महाराष्ट्र में सुनाई देती है.
यही कारण है कि सभी राजनीतिक पार्टियां यहां चुनावी रैली करना चाहती हैं. ताकि जनता तक अपनी बातों को पहुंचाकर चुनाव में फतह हासिल किया जा सके. महाराष्ट्र सरकार के 20 जनवरी 2016 को जारी शासनादेश के अनुसार बीएमसी शिवाजी पार्क को साल में 45 दिनों के लिए कार्यक्रम आयोजन करने के लिए दे सकती है. इस पार्क में आमतौर पर चुनावी रैलियों का आयोजन होता है.
शिवाजी पार्क में रैली करने को लेकर आमने-सामने दोनों ठाकरे
शिवाजी पार्क में गत 17 मार्च को राहुल गांधी की एक रैली का आयोजन किया गया था. इस पार्क की मांग इतनी है कि चुनावी रैलियों के लिए इसकी बुकिंग साल की शुरुआत से ही शुरू हो गई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना ने 12 अक्टूबर 2024 को होने वाली दशहरा रैली के लिए पहले से ही आवेदन कर दिया है. 2022 में दशहरा रैली को लेकर उद्धव गुट और शिंदे गुट में विवाद हो गया था.
मामला हाईकोर्ट में पहुंच गया था. कोर्ट के आदेश के बाद शिवाजी पार्क उद्धव गुट को मिला था. शिंदे गुट ने एमएमआरडीए मैदान में दशहरा रैली की थी. इस पार्क में रैली करने को लेकर दोनों ठाकरे (उद्धव और राज) आमने-सामने हैं. मुंबई में 20 मई 2024 को होने वाले मतदान के चुनावी प्रचार प्रसार के आखिरी दिन से पहले 17 मई को चुनावी रैली करने के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे ने आवेदन किए हैं.
किस-किस पार्टी ने शिवाजी पार्क में कब-कब रैली के लिए मांगी इजाजत
1. एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 16 अप्रैल, 19 अप्रैल, 21 अप्रैल, 3 मई, 5 मई और 7 मई के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के लिए आवेदन किया है.
2. एनसीपी (अजित पवार) ने 22 अप्रैल, 24 अप्रैल और 27 अप्रैल को चुनावी रैली के लिए आवेदन दिया है.
3. बीजेपी ने 23 अप्रैल, 26 अप्रैल और 28 अप्रैल के लिए बुकिंग की है.
4. शिव सेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की एमएनएस दोनों ने एक ही दिन यानी 17 मई को मैदान की बुकिंग का आवेदन दिया है.
5. बीएमसी शिवाजी पार्क में चुनावी रैलियां करने के लिए तारीखों के आवंटन से पहले इन सभी आवेदनों को शहरी विकास विभाग और चुनाव आयोग को भेजेगा.