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Pashchim Champaran Lok Sabha Seat: जीत का चौका मारने की फिराक में BJP के Sanjay Jaiswal, Congress ने खेला है ब्राह्मण कार्ड, जानिए पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट का इतिहास

Lok Sabha Election 2024: West Champaran पहले बेतिया संसदीय क्षेत्र के अंदर आता था. पहले यह कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था लेकिन अब ये बीजेपी का अभेद्य किला बन गया है. यहां से बीजेपी सांसद डॉ. संजय जायसवाल जीत का चौका मारने की फिराक में हैं तो वहीं कांग्रेस ने बेतिया के पूर्व विधायक मदन मोहन तिवारी को मौका देकर ब्राह्मण कार्ड खेला है.

Pashchim Champaran Lok Sabha Seat Pashchim Champaran Lok Sabha Seat
हाइलाइट्स
  • राजद के रघुनाथ झा ने रोका था बीजेपी के मदन प्रसाद जायसवाल का जीत का चौका

  • इसबार संजय प्रसाद जायसवाल और मदन मोहन तिवारी के बीच टक्कर

Bihar Politics: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर चुनावी विगुल फूंका जा चुका है. आज हम बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से चर्चित पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट (West Champaran Lok Sabha Seat) का सियासी समीकरण और इतिहास बताने जा रहे हैं. पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई.

पहले यह बेतिया लोकसभा सीट हुआ करती थी. परिसीमन के बाद से यहां तीन बार लोकसभा चुनाव हुए और तीनों बार बीजेपी (BJP) ने ही जीत दर्ज की है. 2024 के चुनाव में भी जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी जहां जीत का चौका लगाना चाहेगी तो वहीं कांग्रेस (Congress) अपने पुराने गढ़ को वापस पाना चाहेगी.  

बीजेपी से संजय प्रसाद जायसवाल फिर ठोक रहे ताल
एनडीए ( NDA) गठबंधन के तहत पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट जहां बीजेपी के खाते में है तो वहीं इंडिया गठबंधन ((INDIA Alliance) के तहत कांग्रेस ने यहां से अपने उम्मीदवार उतारे हैं. लोकसभा चुनाव 2009, 2014 और 2019  में बीजेपी के उम्मीदवार संजय प्रसाद जायसवाल अपने प्रतिद्वंद्वियों को धूल चटा चुके हैं. उनपर एक बार फिर भाजपा ने भरोसा जताया है. वह लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने के लिए चुनावी मैदान में हैं.

कांग्रेस ने  संजय प्रसाद जायसवाल के सामने बेतिया के पूर्व विधायक मदन मोहन तिवारी को टिकट दिया है.संजय प्रसाद जायसवाल के पिता मदन प्रसाद जायसवाल ने भी इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं. इसलिए बेतिया सीट को वर्तमान सांसद संजय प्रसाद जायसवाल के परिवार की परंपरागत सीट भी कहा जा सकता है. 

कभी कांग्रेस का हुआ करता था गढ़
कभी कांग्रेस का गढ़ पश्चिम चंपारण हुआ करता था. लोकसभा चुनाव 1962 में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार कमलनाथ तिवारी ने जीत दर्ज की थी. कमलनाथ तिवारी को यहां की जनता ने 1967 व 1971 में भी अपना सांसद चुना. इसके बाद 1977 की जनता पार्टी के उम्मीदवार फजलुर रहमान ने कांग्रेस के किले में सेंध लगाई. लोकसभा चुनाव 1980 भाकपा उम्मीदवार पीतांबर सिन्हा को जीत मिली थी.

इसके बाद लोकसभा चुनाव 1984 एक बार फिर कांग्रेस को जीत मिली. कांग्रेस उम्मीदवार मनोज पांडे सांसद चुने गए. इसके बाद इस लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस को जीत कभी नसीब नहीं हुई. लोकसभा चुनाव 1989 में जनता दल के धर्मेश प्रसाद वर्मा और 1991 में फैयाजुल आजम ने जीत दर्ज की थी. 

1996 में पहली बार खिला कमल
लोकसभा चुनाव 1996 में पश्चिम चंपारण क्षेत्र से मदन प्रसाद जायसवाल ने पहली बार कमल खिलाया. बीजेपी के टिकट पर उन्होंने जीत दर्जी की. मदन प्रसाद जायसवाल ने लोकसभा चुनाव 1998 व 1999 में लगातार जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई.उनके चौका लगाने के सपने को राजद के रघुनाथ झा ने तोड़ा. लोकसभा चुनाव 2004 में रघुनाथ झा ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2009 से 2019 तक लगातार तीन बार मदन जायसवाल के पुत्र डॉ. संजय जायसवाल ने भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की. डॉ. संजय जायसवाल वर्तमान में  पश्चिम चंपारण के सांसद हैं. 

साधु यादव से लेकर प्रकाश झा तक आजमा चुके हैं किस्मत
पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से लालू यादव के साले साधु यादव से लेकर  अपहरण, राजनीति जैसी फिल्में बनाने वाले प्रकाश झा भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. प्रकाश झा ने लोकसभा चुनाव 2009 और 2014 में दो अलग अलग पार्टियों से चुनाव लड़ा और हर बार दूसरे नंबर पर रहे. 2009 में प्रकाश झा ने लोजपा के टिकट से और 2014 में जदयू के टिकट से चुनाव लड़ा था.

कब और किसने दर्ज की जीत
बेतिया लोकसभा सीट
1952: बिपिन बिहारी वर्मा, कांग्रेस
1957: बिपिन बिहारी वर्मा, कांग्रेस
1962: कमलनाथ तिवारी, कांग्रेस
1967: कमलनाथ तिवारी, कांग्रेस
1971: कमलनाथ तिवारी, कांग्रेस
1977: फजलुर रहमान, जनता पार्टी
1980: पीतांबर सिन्हा, सीपीआई
1884: मनोज पांडे, कांग्रेस
1989: धर्मेश प्रसाद वर्मा, जनता दल
1991: फैयाजुल आजम, जनता दल
1996: मदन प्रसाद जायसवाल, बीजेपी
1998: मदन प्रसाद जायसवाल, बीजेपी
1999: मदन प्रसाद जायसवाल, बीजेपी
2004: रघुनाथ झा, राजद

पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट
2009: डॉ. संजय प्रसाद जायसवाल, बीजेपी 
2014: डॉ. संजय प्रसाद जायसवाल, बीजेपी 
2019: डॉ. संजय प्रसाद जायसवाल, बीजेपी 

लोकसभा चुनाव 2019 में संजय जायसवाल को मिले थे इतने वोट
साल 2019 में पश्चिमी चंपारण में लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल को आयोजित किया गया था और 23 मई को परिणाम घोषित किया गया था. इसमें बीजेपी के पक्ष में 62.4 फीसदी वोट गए थे. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ. संजय प्रसाद जायसवाल को 6 लाख 3 हजार 706 वोट मिले थे. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के बृजेश कुमार कुशवाहा 3 लाख 9 हजार 800 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे.

लोकसभा चुनाव 2014 में कैसा रहा था जनादेश
साल 2014 में पश्चिमी चंपारण में लोकसभा चुनाव 12 अप्रैल को आयोजित किया गया था और 26 मई को परिणाम घोषित किया गया था. इस चुनाव में बीजेपी के डॉ. संजय प्रसाद जायसवाल ने जेडीयू उम्मीदवार और फिल्म निर्देशक प्रकाश झा को हराया था. प्रकाश झा इस सीट से चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे लेकिन मोदी लहर में जीत बीजेपी के हाथ लगी. बीजेपी उम्मीदवार डॉ. संजय जायसवाल को 3,71,232 वोट मिले थे जबकि प्रकाश झा को 2,60,978 वोट मिले थे. आरजेडी के उम्मीदवार  रघुनाथ झा को 1,21,800 वोट मिले थे.

क्या है जातिगत समीकरण
पश्चिमी चंपारण में मतदाताओं की कुल संख्या 17 लाख 41 हजार से ज्यादा है. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 27 हजार 745 और महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 13 हजार 310 है. थर्ड जेंडर 60 हैं. चुनाव में जातिगत समीकरण की बात करें तो इस लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम, वैश्य, यादव प्रमुख भूमिका निभाते हैं. यहां मुस्लिम करीब 3,12,000,  वैश्य करीब 2,50,000, यादव करीब 2,50,000,  ब्राह्मण करीब 1,40,000, कुशवाहा करीब 2,50,000,  राजपूत,भूमिहार और कायस्थ करीब 90,000 है. 

क्या है विधानसभा सीटों पर दलगत स्थिति
पश्चिमी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें पूर्वी चंपारण, बेतिया, नरकटियागंज, रक्सौल, सुगौली, नौतन और चनपटिया विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इसमें से चार विधानसभा सीटें नौतन, चनपटिया, बेतिया और रक्सौल पर भाजपा के विधायक 2020 में जीते हैं. दो सीटें सुगौली और नरकटिया पर राजद ने 2020 में जीत दर्ज की थी. नौतन से नारायण प्रसाद (बीजेपी), बेतिया से रेनू देवी (बीजेपी), चनपटिया से उमाकांत सिंह (बीजेपी), रक्सौल से प्रमोद कुमार सिन्हा (बीजेपी) विधायक हैं. नरकटिया से शमीम अहमद (राजद) और सुगौली से इंजीनियर शशि भूषण सिंह (राजद) विधायक हैं.